Darbhanga News: अलीनगर. हिंदी सिनेमा के चर्चित गीत की एक पंक्ति ””””””””वक्त चलता ही रहता है रुकता नहीं””””””””, दरअसल जीवन के कठोर सत्य की शाब्दिक प्रस्तुति है. कुछ ऐसा ही नजारा प्रखंड के अंदौली मुसहरी की मसोमात फुलिया देवी के घर दिख रहा है. तीन मार्च को हुई भीषण अगलगी में 22 अन्य ग्रामीणों के साथ फुलिया का भी आशियाना खाक हो गया था. बेटी इना कुमारी की शादी तय हो चुकी थी. तिनका-तिनका इकट्ठा कर बेटी के लिए जरूरी सामान का प्रबंध कर रखा था. अग्निदेव ने उसे भी लील लिया. सिर से आशियाना छिन जाने से कहीं ज्यादा चिंता फुलिया को अपनी बेटी की शादी को लेकर सता रही थी. उसके आंखों के सामने स्याह पसर गया था, लेकिन कहते हैं उपरवाला समस्या देता है तो निदान की राह भी खोल देता है. कुछ ऐसा ही इस मामले में भी हुआ. घटना के समय ही सेवानिवृत्त शिक्षिका वनिता झा के साथ स्वयं सेवी संस्था जन कल्याणकारी सह शिक्षा विकास मंच के प्रतिनिधियों ने यथा संभव सहायता सहयोग किया था. इना की शादी में भी मदद का आश्वासन दिया था. इसे अमलीजामा पहनाते हुए झा तथा मंच के अध्यक्ष निर्भय यादव ने इना के हाथों आर्थिक सहयोग की राशि देकर उनकी चिंता को कम करने का भरसक प्रयास किया. वहीं सेवानिवृत शिक्षक चंद्रकांत यादव ने फ्लोर मील से आटा उपलब्ध कराया. बता दें कि आज यानी शुक्रवार को ही इना अपने नये जीवन की शुरूआत करने जा रही है. शुभ मुहूर्त में वह विवाह के बंधन में बंध जाएगी. विवाह संपन्न कराने के लिए पंडाल और रौशनी का प्रबंध किया गया है. परिवार में सगे-संबंधी भी पहुंच गए हैं.
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