Darbhanga news: दरभंगा. देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर हिंदी समाहार मंच की ओर से लहेरियासराय में आयोजित समारोह में अतुल कुमार मिश्र के कविता संग्रह “मजबूर नहीं मजबूत बनो ” का लोकार्पण किया गया. साथ ही डॉ प्रसाद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार गोष्ठी सह बहु भाषा कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ. अध्यक्षता समाहार मंच के अध्यक्ष अखिलेश कुमार चौधरी ने की. कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण- पुष्पांजली से हुई. इसके बाद “मजबूत नहीं मजबूर बनो ” का कविता संग्रह का लोकार्पण मंचस्थ अतिथियों ने किया. डॉ सतीश चन्द्र भगत ने कहा कि यह कृति आधुनिक हिंदी साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान बनाएगी.
डॉ राजेंद्र प्रसाद का व्यक्तित्व अनुकरणीय
मौके पर शेखर कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद का व्यक्तित्व अनुकरणीय है. कुमार अनुराग ने कहा कि डॉ प्रसाद की प्रतिभा का सम्मान विश्व करता है. वे भारत के सांस्कृतिक एकता के परिचायक रहे हैं. रविन्द्र सिंह ने कहा कि उनकी जयंती पर राजकीय समारोह होना चाहिये. विचार-गोष्ठी सह कवि सम्मेलन में हीरा लाल सहनी, अमिताभ कुमार सिन्हा, सुबेदार नंदकिशोर साहु, आशीष अकिंचन, डॉली कुमारी, अतुल कुमार मिश्र, साधु शरण भगत, रितु प्रज्ञा, रमण कुमार झा, शंभु नारायण चौधरी, अभिजीत किशोर, अशोक कुमार भगत, रूपम सिन्हा आदि ने शामिल रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

