Darbhanga News: दरभंगा. डीएमसीएच के उन्नयन की दिशा में गतिविधि शुरू हो गयी है. आधारभूत संरचना के तहत नया भवन का निर्माण कराया जायेगा. इसे लेकर टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. नया भवन बनाने पर 1480.34 करोड़ खर्च किया जायेगा. एनसीसी लिमिटेड नामक कंपनी को निर्माण कार्य मिला है. 42 माह में काम पूरा करना है. बीएमएसआइसिल बिहार (मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन लिमिटेड) के एक अधिकारी ने बताया कि अप्रैल से काम प्रारंभ हो जायेगा. नये प्लानिंग के तहत कॉलेज व अस्पताल का भवन अलग- अलग होगा. कर्पूरी चौक से पूरब अस्पताल का बहुमंजिला भवन बनाया जायेगा. दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन के स्थान में बदलाव की संभावना नहीं है.
किये जायेंगे ये काम
अस्पताल में बेडों की संख्या 1200 से बढ़ाकर 2100 की जायेगी. न्यू सर्जरी बिल्डिंग में 400 नये बेड की व्यवस्था हो चुकी है. नये भवन में बांकी के 1700 बेड की सुविधा विकसित होगी. अस्पताल के उन्नयन के तहत सिविल वर्क भीतरी व बाहरी, प्लमिंग, सेनेटरी वर्क, इलेक्ट्रिकल वर्क (एलटी एण्ड एचटी), साइट डिवलपमेंट, बाउंड्री वाल, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, फायर डिटेक्शन, फायर अलार्म एंड सप्रेशन, सीसीटीवी, लैंडस्केपिंग, मेडिकल व नन मेडिकल फर्नीचर, कंप्यूटर एंड सर्वर, एमजीपीएस, मेडिकल इक्विपमेंट एवं डेमोलिशन ऑफ एक्जिस्टिंग स्ट्रक्चर का काम होगा.डीएमसी के यूजी सीट में बढ़ोतरी की संभावना
दरभंगा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के उन्नयन से यूजी सीट में बढ़ोतरी हो सकेगी. वर्तमान में यहां 110 सीट पर नामांकन होता है. अस्पताल के उन्नयन के बाद इसे बढ़ाकर 250 तक किये जाने की संभावना जतायी जा रही है. इसके अनुरूप चिकित्सा व्यवस्था में विस्तार किया जाना है.दिसंबर में निकाली गयी थी निविदा
डीएमसीएच के उन्नयन को लेकर पिछले साल दिसंबर माह में बीएमएसआइसीएल ने निविदा निकाली थी. इसमें नये भवन का निर्माण समेत अन्य काम का उल्लेख है. विभागीय जानकारी के अनुसार नये ढांचागत संरचना व अन्य सुविधा को लेकर 225 एकड़ पर मास्टर प्लान तैयार किया गया है. इसमें पहले से बने भवनों को भी शामिल किया जायेगा. बताया जाता है कि डीएमसीएच के नये भवन व चिकित्सा सुविधा को लेकर 2023 में भी निविदा निकाली गयी थी. उस समय 2155.57 करोड़ की लागत से अस्पताल को नया स्वरूप दिया जाना था. बेडो की संख्या 2500 की जानी थी. टेंडर के मुताबिक संवेदक को 2025 तक निर्माण पूरा कर लेना था. नये टेंडर में बेडों के साथ ही कुल लागत खर्च में कमी की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है