Darbhanga News: दरभंगा. पुरानी गाड़ियों की फिटनेस जांच अब 10 गुणा महंगी हो गयी है. मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट टेस्ट की फीस बढ़ा दी है. नये नियम के तहत अब 20 साल पुरानी कारों का फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए 15 हजार रुपये, बाइक के लिए 2000 रुपये और हेवी कमर्शियल व्हीकल के लिए 25000 रुपये देने पड़ेंगे. गाड़ियों का लाइफ टाइम अब 15 साल के बदले 10 साल होगा. यानी कि प्रत्येक 10 साल पर फिटनेस सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य कर दिया गया है. परिवहन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से इसे लेकर गजट जारी कर दिया गया है.
पुराने वाहन मालिकों पर पड़ेगा असर
पुराने वाहनों के मालिकों पर नये नियम से असर पड़ेगा. टेस्ट पर ज्यादा पैसे खर्च करना पड़ेगा. सेफ्टी तो बढ़ेगी, लेकिन मेंटेनेंस महंगा हो जायेगा. फिटनेस टेस्ट में फेल होने पर री- टेस्ट का फीस भी बढ़ा है.जिले में अनफिट वाहनों की संख्या एवं प्रकार
गाड़ियों के प्रकार फिटनेस फेल संख्याबस — 807मोटर कार — 1199थ्री व्हीलर मालवाहक — 2418
मोटर कैब — 6084ट्रेलर कमर्शियल — 8682
गुड्स कैरियर — 9864दो चक्का मोटर वाहन — 10391
ई. रिक्शा पैसेंजर — 13030ट्रैक्टर कमर्शियल — 14509
थ्री व्हीलर पैसेंजर — 21259नॉन एक्टिव — 0320
कहते हैं अधिकारी
मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट टेस्ट का फीस बढ़ा दिया है. नए नियम के तहत अब निजी पुरानी गाड़ियों का लाइफ टाइम अधिकतम 10 वर्ष कर दिया गया है. इससे पूर्व पुरानी गाड़ियों का लाइफ टाइम 15 साल था.
रवि कुमार आर्य, डीटीओडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

