बेतिया : अगर आप बेतिया शहर में आते या रहते हैं, तो यहां सड़कों पर कूड़ा-कचरा, नाले का पानी व सडांध मिल जायेगा. शहर के किसी भी मोहल्ले या सड़क से लोगों का गुजरना दुश्वार है. कुडे-कचरे व सड़ांध के कारण लोगों को नाक पर रूमाल रख कर गुजरना पड़ता है.
चारों तरफ कुड़ा-कचरा फैले होने के बावजूद नगर परिषद प्रशासन सफाई व्यवस्था के प्रति उदासीन बना हुआ है. मौसम में आयी गरमी से कूडा-कचरों से हानिकारक गैस निकल रहे हैं. जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह है.
हाकिम का आवास हो या आमलोग का, हर तरफ फैला है कचरा : शहर में हाकिम का आवास हो या आमलोगों का घर हर तरफ कूडा-कचरा फैला हुआ है. इसका नजारा डाकबंगला रोड में कई हाकिमों का आवास व किशोर न्यायालय के समीप देखा जा सकता है.
इतना हीं न्यू कॉलोनी, चर्च रोड़, राजकचहरी, लाल बाजार, केआर स्कूल रोड़, बेलबाग आदि जगहों पर कूडा-कचरा का अंबार है. वहीं एमजेके अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज जाने वाली मुख्य सड़क खुदाबक्स चौक के समीप नाले का पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बह रहा है.
नजरबाग को लगी व्यवस्था की नजर : राजकचहरी परिसर में अवस्थित नजरबाग को व्यवस्था की नजर लग गयी है. नजरबाग में चिल्ड्रेन पार्क बनने के बावजूद कुडों से उसका पीछा नहीं छूट सका है.
पार्क के चाहरदीवारी के चारों तरफ कूडा-कचरा पसरा हुआ है. हालांकि कूडा-कचरा फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश डीएम लोकेश कुमार सिंह ने दिया था. उनके आदेश के बावजूद भी कूडा-कचरा से चिल्ड्रेन पार्क का पीछा नहीं छूट रहा है.
तीन करोड़ की योजना से सफाई का नप ने किया दावा : नगर परिषद प्रशासन शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने का दावा किया है. इसके लिए 3 करोड़ की योजना भी पास होने की बात कही गयी है.
योजना के तहत सफाई वाहन, नाली सफाई व अन्य सुविधाओं को लाने की बात कहा है. लेकिन सफाई के प्रति लापरवाह बना हुआ है. सफाई कहीं नहीं हो रही है़