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गठबंधन तोड़ नीतीश ने गांधी का किया अपमान

जनादेश अपमान यात्रा शुरू, तेजस्वी बोले बेतिया : पूर्व उपमुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी जनादेश अपमान यात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण के माधोपुर की. मौके पर जनसभा में नीतीश कुमार व भाजपा पर जम कर निशाना साधा. कहा कि जिस भाजपा व आरएसएस से एक 28 साल का नौजवान नहीं डरा, उसके […]

जनादेश अपमान यात्रा शुरू, तेजस्वी बोले

बेतिया : पूर्व उपमुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी जनादेश अपमान यात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण के माधोपुर की. मौके पर जनसभा में नीतीश कुमार व भाजपा पर जम कर निशाना साधा. कहा कि जिस भाजपा व आरएसएस से एक 28 साल का नौजवान नहीं डरा, उसके सामने एक परिपक्व नेता ने घुटने टेंक दिये. तेजस्वी ने कहा कि आज वहीं दिन है, जिस दिन से महात्मा गांधी ने अंगरेजों भारत छोड़ा आंदोलन की शुरुआत की थी, हम इस ऐतिहासिक दिन को गांधी के चंपारण
गठबंधन तोड़ नीतीश…
की धरती से भाजपा भगाओ-देश बचाओ मुहिम का शुभारंभ कर रहे हैं.
श्री यादव ने कहा कि बड़ी उम्मीद, विश्वास व आस्था के साथ महागठबंधन बना था. महागठबंधन बनाने का उद्देश्य भाजपा व आरएएस को बिहार में घुसने से रोकना था. ताकि सांप्रदायिक शक्तियों यहां की अमन व शांति को भंग नहीं कर सके. लेकिन, नीतीश कुमार कुरसी की लालच में जनादेश का अपमान करते हुए इस्तीफा देकर आरएसएस और भाजपा की गोद में बैठ गये, जबकि जनादेश पांच साल के लिए किसी गंठबंधन या दल को मिलता है. मुझमें और मेरे परिवार में गलती की बात कही जा रही है, पर जीतनराम मांझी ने क्या गलती की थी कि महादलित के बेटे को कुरसी से उतार नीतीश खुद कुरसी पर काबिज हो गये.
नीतीश कहते हैं कि लालू को नेता मैंने बनाया, लेकिन 1990 में मंडल को धोखा देकर कमंडल में मिल गये थे. उन्होंने कहा कि नीतीश अंतरात्मा की बात कहते हैं, लेकिन यदि उन्होंने मुझसे इस्तीफा मांगा होता, तो गंठबंधन बचाने के लिए मैं इस्तीफा दे देता. उनमें राजद को बरखास्त करने की हिम्मत नहीं थी. इसलिए खुद इस्तीफा दे गांधी के हत्यारों के साथ चले गये. भाजपा पर हमला करते हुए तेजस्वी ने कहा कि चुनाव के दौरान भाजपा के जिन लोगों ने नीतीश के डीएन पर सवाल उठाया था. क्या वह डीएनए अब उन्हें ठीक लगने लगा.
केंद्र की मोदी सरकार पर हमला कर तेजस्वी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने गरीबों को खाते में 15-15 लाख भेजने, प्रतिवर्ष दो करोड़ बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने सहित बिहार की विकास की बात 2014 के संसदीय चुनाव के समय कही थी. लेकिन, आज वर्तमान समय में गरीबों की झोली खाली रह गयी. अडाणी-अंबानी की झोली भर गयी. हालत यहां तक पहुंच गया है कि तीन साल के अंदर देश के लोग बेहाल हैं. नौकरियां छीनी जा रही हैं. कल-कारखाने बंद हो रहे हैं.
आरक्षण के मुद्दे पर लालू ने मोदी व शाह को ललकारा है. आरक्षण खत्म नहीं हो व समान विचारधारा की सरकार बने. इसके लिए कम सीट आये या ज्यादा सीट. इसका परवाह किये बगैर राजद ने नीतीश कुमार को सीएम घोषित कर दिया. लेकिन, नीतीश कुमार तो पलटूराम निकल गये. सभा को पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव,
राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्व, विधान परिषद के राजद के सचेतक ललित नारायण यादव, विधायक चंद्रिका यादव, गजेंद्र राम, फैजल रहमान, शक्ति सिंह यादव, मंजीता यादव, बुलो मंडल, अफ्तर इमाम, बेतिया विधायक मदन मोहन तिवारी, अनवर अहमद समेत अन्य नेताओं ने संबोधित किया. संचालन राजद जिलाध्यक्ष इफ्तेखार अहमद उर्फ मुन्ना त्यागी ने किया.

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