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गंडक नदी की तेज धारा में समा गये कई आशियाने, मोतिहारी शहर के मोहल्ले भी डूबे

उत्तरी भवानीपुर में गंडक नदी के टूटे तटबंध के साथ गांव के लोगों के सपने भी बह गये. तटबंध टूटने से मुख्य धारा में उत्तरी व दक्षिणी भवानीपुर पंचायत के करीब पांच दर्जन पक्का व फूस की झोपड़ी ध्वस्त हो गयी. वहीं दर्जनों घरों में दरारें आ गयीं हैं.

मोतिहारी : उत्तरी भवानीपुर में गंडक नदी के टूटे तटबंध के साथ गांव के लोगों के सपने भी बह गये. तटबंध टूटने से मुख्य धारा में उत्तरी व दक्षिणी भवानीपुर पंचायत के करीब पांच दर्जन पक्का व फूस की झोपड़ी ध्वस्त हो गयी. वहीं दर्जनों घरों में दरारें आ गयीं हैं. किसान के बेड़ी में रखा गेहूं सहित अनाज भी बर्बाद हो गये. घर बनवाने के लिए रखी गिट्टी व बालू भी बह गये. भवानीपुर के संजय प्रसाद कुशवाहा, सुबान सहनी, लालबाबू सिंह सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि बड़ी मेहनत से पैसा जमा कर घर बनवाया था, लेकिन एक दिन में सब ध्वस्त हो गया. वहीं कुछ लोग का कहना था कि घर बनाने के लिए इतने महंगे बालू व गिट्टी खरीदकर दरवाजे पर रखा था. लॉकडाउन के कारण घर का निर्माण नहीं हो सका था. तटबंध टूटने से ही घर बनाने का सपना पानी में बह गया. मुखिया मुनानी शर्मा ने बताया कि तटबंध टूटने से मुख्य धारा में पड़े 60 से 70 पक्का व फूस के घर ध्वस्त हुए हैं.

शहरी इलाके में घुसा सिकरहना का पानी

लगातार हो रही बारिश से जल-जमाव का संकट झेल रहे शहरवासियों को बाढ़ की चिंता सताने लगी है. शहर से सटे धनौती नदी व मोतीझील में पानी के जलस्तर में वृद्धि से मोतिहारी शहर पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. शहर से सटे कुंवारी देवी, अंबिका नगर में पानी प्रवेश कर चुका है. इससे शहरी क्षेत्र के निचले इलाके एकौना, कोलुहड़वा, मठियाडीह, अगरवा, बेलबनवा आदि मोहल्ले में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. हालांकि लगातार बारिश से शहर के कई निचले इलाके जलमग्न है, ऐसे में बारिश होती है और नदी व झील के जल-स्तर बढ़ता है, तो बाढ़ आने की संभावनाएं ज्यादा है. 2017 में बाढ़ का प्रकोप झेल चुके शहरवासियों को अभी से चिंता सता रही है. गत वर्ष आये बाढ़ ने मोतिहारी शहर सहित आसपास में भारी तबाही मचायी थी. शहर के करीब एक तिहाई मोहल्ला बाढ़ की चपेट में थे. इस दौरान कई मोहल्ले के घरों तक बाढ़ का पानी घुस गया, जिससे कई दिनों तक लोगों को घर में दुबकने को मजबूर होना पड़ा था. हालांकि नप प्रशासन जल-जमाव की निकासी के साथ बाढ़ को ले तैयारी शुरू कर दी है. इधर सिकरहना नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है, जिसके कारण मोतिहारी-ढाका पथ के रूपडीह, बसतपुर के पास मुख्य पथ पर डेढ़ फीट पानी बह रहा है. इधर सदर अस्पताल परिसर से शनिवार को सुपर शॉकर मशीन से पानी निकासी की गयी.

शहर के वार्ड 4 व 12 में घुसा बाढ़ का पानी

मोतिहारी में बूढ़ी गंडक नदी का पानी मोतिहारी शहर के निचले इलाकों के बाद शहर में प्रवेश कर गया है. शनिवार की शाम वार्ड संख्या 4 नकछेद टोला और वार्ड संख्या 12 के कई घरों में पानी प्रवेश कर गया है. वार्ड संख्या 4 से 32 और वार्ड संख्या 12 से 60 परिवारों को गौरीशंकर मध्यविद्यालय, उर्दू लाइब्रेरी, मध्यविद्यालय दाल पट्टी आदि में पहुंचाया गया है. अब पानी शहर के बीचो-बीच बहने वाली मोतीझील में भी गिर रहा है. इससे झील किनारे बसे अन्य मोहल्लों में भी प्रवेश करने की संभावना है. मोतीझील पुल के पास बने डायवर्सन से तेज गति से पानी निकल रहा है .वार्ड पार्षद नगर परिषद के अधिकारी बचाव कार्य में लगे हुए हैं.

सिकरहना के कटाव से सहमे लोग

सुगौली के उत्तरी छपरा बहास पंचायत के भवानीपुर गांव बाढ़ के बीच सिकरहना नदी के किनारे कटाव तेज हो गया है. इससे कई घर नदी में विलीन हो जाएंगे. बावजूद कटाव रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कोई कार्य शुरू नहीं हो सका है. पूर्व जिप सदस्य अच्छेलाल पासवान ने बताया कि सिकरहना नदी के किनारे घर का कटाव हो रहा है, जिससे लोग अपना घर छोड़कर बाहर निकल गए हैं. वहीं अन्य लोगों के घर कटने की स्थिति में है. प्रभावित परिवार में बीरबल पासवान, अच्छे लाल पासवान, सुखिया देवी, नीतू कुमारी, कृष्णा पासवान, उपेंद्र कुमार पासवान, जितेंद्र पासवान, विकास पासवान शामिल है. सीओ बद्री ठाकुर ने बताया कि कार्यपालक अभियंता को सूचना दे दी गयी है.

posted by ashish jha

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