कल्याणपुर : हीराछपरा में रविवार की रात पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ के बाद इसबात की चर्चा होने लगे है कि क्या अपराधी पहले से ज्यादा निडर हो गये है कि अब पुलिस पर भी एके 47 चलाने में संकोच नहीं कर रहे. चर्चा लाजिमी है, क्योंकि जिले में इससे पहले किसी भी अपराधी ने पुलिस पर एके 47 की तो दूर कट्टा से भी फायरिंग करने की जुर्रत नही की थी. नेपाल सीमावर्ती यह जिला अपराध के लिए पहले से ही चर्चित रहा है. कितने अपराधी उभरे और डॉन कहलाएं.
भाई जी व साहेब का नाम मिला, लेकिन किसी ने पुलिस से दो-चार हाथ करने की हिम्मत नहीं जुटायी. एक दशक पहले जिले दो-तीन घटनाएं ऐसी जरूर हुई थी, जिसमें अपराधियों ने पुलिस पर हथियार तानने की जुर्रत की तो पुलिस ने जबावी कार्रवाई में उन्हें मार भी गिराया था, लेकिन इसबार स्वाचालित हथियार के बदौलत अपराधियों ने पुलिस को सीधा जबाव दिया और फायरिंग करते हुए सभी भाग निकले.
पुलिस के लिए कुणाल की गिरफ्तारी तो पहले से ही चैलेंज बनी है, लेकिन कुणाल ने इसबार ऐसी हिमाकत की है, जिसको लेकर पुलिस में खलबली है. पुलिस की टीम कुणाल को जिंदा या मुर्दा पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी