मोतिहारी : सदर अस्पताल के महिला चिकित्सक के कक्ष में उस समय महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा, जब महिला चिकित्सक ने मरीज को देखने से इंकार कर दिया. चिकित्सक, नर्स व गार्ड को पीछे के रास्ते भागना पड़ा. महिलाओं ने गुस्से में चिकित्सक कक्ष के दरवाजे के शीशे तोड़ दिये. बाद में स्वास्थ्य कर्मियों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ.
शुक्रवार को सदर अस्पताल में महिला मरीजों की काफी भीड़ उमड़ी थी. 10-11 बज गये एक भी महिला चिकित्सक ड्यूटी पर नहीं आयी तो मरीजों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. ड्यूटी पर तैनात नर्सों ने इसकी शिकायत डीएस से किया. डीएस के आदेश पर डा़ॅॅ प्रीति गुप्ता 12 बजे अस्पताल पहुंची. तब मरीजों को देखने का सिलसिला शुरू हुआ. लगभग 1.45 बजे डा़ॅॅ गुप्ता द्वारा मरीज को देखने से इंकार कर चिकित्सक कक्ष में जाकर बैठ गयी. इतने में चार घंटे से खड़ी महिला मरीजों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और तोड़फोड़ शुरू कर दी.
सदर अस्पताल में कार्यरत हैं चार महिला चिकित्सक : अस्पताल में चार महिला चिकित्सक प्रतिनियुक्त है, जिसमें डा़ॅ नूतन सिन्हा, डा़ॅ प्रीति गुप्ता, डा़ॅ पूजा कुमारी तथा डा़ॅ अनुपम कुमारी.
कहती हैं महिला मरीज : मरीज इंदू कुमारी अजगरवा बंजरिया का कहना है कि बाढ़ में दूर से आयी हूं. सुबह आठ बजे पूर्जा कटा कर खड़ी हूं. यदि चिकित्सक नहीं देखती है तो गुस्सा नहीं आयेगा. वहीं पहाड़पुर की नीतू देवी का कहना है कि काफी दूर से आयी हूं. लेकिन चिकित्सक चार घंटे बाद आये तो गुस्सा आयेगा ही. वही तुरकौलिया के जयसिंहपुर निवासी राजमति देवी को पेट में दर्द रहता है वह दिखाने आयी थी लेकिन चिकित्सक उठ गयी.
डॉक्टर, नर्स व गार्ड जान बचा कर भागे
आक्रोशित महिलाओं ने चिकित्सक कक्ष के तोड़े शीशे
डा़ॅ पूजा कुमारी की ड्यूटी थी लेकिन बिना सूचना के गायब रहने का कारण डा़ॅ प्रीति गुप्ता से काम लिया गया. लगभग दो बजे काम बंद कर चली गयी. भीड़ अधिक होने से सभी मरीजों को नहीं देख सकी, जिससे यह समस्या उत्पन्न हुई.
मनोज कुमार, डीएस, सदर अस्पताल