बक्सर. वर्ष 2025 में सरकार द्वारा बक्सर जिले के विकास के लिए शुरू की जाने वाली महत्वाकांक्षी योजनाओं में विकास का बुनियादी ढांचा, परिवहन, अर्थव्यवस्था तथा रोजगार के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा. केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बक्सर अब न केवल बिहार का प्रवेश द्वार, बल्कि एक आधुनिक ट्रांसपोर्ट और स्पोर्ट्स हब के रूप में उभर रहा है. बक्सर में सड़कों का जाल बिछाने के लिए 2025 में कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम तेज हुआ है. बक्सर (बिहार) और भरौली (यूपी) के बीच 368 करोड़ रुपये की लागत से 3.2 किमी लंबा नया 3-लेन पुल बन रहा है. जनवरी 2025 में इसका कार्य शुरू हुआ और यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को सीधे बक्सर-पटना फोरलेन एन एच 922 से जोड़ेगा. इसके बनने से दिल्ली और लखनऊ का सफर घंटों कम हो जाएगा. बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे बिहार के इस सबसे लंबे हाइ-स्पीड कॉरिडोर (लगभग 240 किमी) की प्रक्रिया 2025 में तेज हो गयी है. यह बक्सर को सीधे पूर्व बिहार से जोड़ेगा. शहर की लाइफलाइन बनने वाली 21 किमी लंबी बक्सर-चौसा बाईपास रोड का सीमांकन और निर्माण कार्य दिसंबर 2025 तक काफी आगे बढ़ चुका है. एनएच 319ए बक्सर-चौसा-मोहनिया सड़क को फोरलेन में बदलने का दूसरा चरण शुरू हो चुका है, जिससे वाराणसी की ओर जाने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी. आइटीआइ मैदान में 43.38 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा खेल का मैदान खिलाड़ियों और आम जनता के लिए बक्सर में विश्वस्तरीय सुविधाएं तैयार हो रही हैं. अत्याधुनिक स्पोर्ट्स स्टेडियम आईटीआई मैदान में 43.38 करोड़ रुपये की लागत से एक भव्य राज्य स्तरीय स्टेडियम का निर्माण शुरू हुआ है. इसमें 36,183 वर्ग मीटर का खेल परिसर, सिंथेटिक ट्रैक और एक दो मंजिला मल्टी-पर्पज हॉल होगा. चौसा खेल स्टेडियम : चौसा नगर पंचायत के वार्ड-11 में 2.81 एकड़ जमीन पर एक और आधुनिक स्टेडियम प्रस्तावित है, जिसमें ओपन जिम और रनिंग ट्रैक की सुविधा होगी. बक्सर के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए किले और संग्रहालय परिसर के सौंदर्यीकरण की योजना पर काम चल रहा है, ताकि पर्यटन सर्किट के तहत बाहरी पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके.
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