buxar news : कृष्णाब्रह्म. डुमरांव प्रखंड के सोवा गांव में हर घर नल का जल योजना इन दिनों अपने मूल उद्देश्य से भटकते नजर आ रहा है. वर्षों पहले बड़े उत्साह के साथ जलमीनार का निर्माण और घर घर पानी पहुंचाने के लिए भूमिगत पाइपलाइन बिछायी गयी थी. शुरू में गांव के लोगों ने राहत की सांस ली थी कि अब स्वच्छ पानी की समस्या दूर हो जायेगी, लेकिन अब यही व्यवस्था गांव के लिए सिरदर्द बन चुकी है. गांव में हाल के दिनों से पाइपलाइन में लगातार लीकेज और टूट-फूट की घटनाएं बढ़ गयी हैं. पानी सप्लाइ शुरू होते ही कई जगहों पर पाइप फटने से सड़क पर तेज धार से पानी बहने लगता है. लगातार बहते पानी से सड़कों पर बड़े पैमाने पर जलजमाव हो रहा है, जिससे ग्रामीणों का आवागमन मुश्किल हो गया है. सबसे ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि जहां जहां पानी जमा रहता है, वहां सड़क की ऊपरी परत उखड़कर गड्ढों में बदल गयी है. इन गड्ढों में भरे पानी के कारण दोपहिया व चारपहिया चालकों का फिसलने का खतरा बना हुआ है. वहीं पैदल राहगीरों को कीचड़ और बदबूदार पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पाइप लाइन से रिस रहा पानी हजारों लीटर प्रतिदिन बर्बाद कर रहा है. इससे न सिर्फ जल संरक्षण पर प्रश्न खड़े हो रहे हैं, बल्कि लगातार नमी से मिट्टी धंस रही है और घरों के सामने गंदगी फैल रही है. कुछ इलाकों में बदबूदार पानी जमा होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि विभाग की ओर से पाइप लाइन की समय पर मरम्मत और निरीक्षण न होने के कारण स्थिति और बिगड़ती जा रही है. यदि जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो गांव की सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जायेंगी और लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी होगी.
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