buxar news : बक्सर. दो साल पहले के एक पुराने मामले में बक्सर के तत्कालीन अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रहे धीरज कुमार व उनके रीडर रहे सैफुल अंसारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है. इसके कारण महकमे में हड़कंप मच गया है. एसपी के इस अनुशंसा को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने स्पष्टीकरण की मांग की है. जाहिर है कि एसडीपीओ व रीडर का दूसरे जगह तबादला हो गया है. पुलिस कप्तान शुभम आर्य ने बताया कि वर्ष 2023 में राजपुर थाना के सोनपा गांव में हुए एक मामले में वहां के निवासी शरदेंदु राय ने लोक शिकायत निवारण कार्यालय में परिवाद दायर कर आरोप लगाया था कि फर्जी केस में आरोपी को असत्य करने के लिए तत्कालीन एसडीपीओ के रीडर मो सैफल अंसारी की मांग पर डेढ़ लाख रुपये दिए थे, लेकिन पैसा देने के बावजूद केस को सत्य करार देते हुए आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया. शर्त के अनुसार कार्य न होने पर उन्होंने अपना पैसा वापस मांगा. काफी हीलाहवाली के बाद डेढ़ लाख में से 30 हजार उनके द्वारा लौटाया गया. लोक शिकायत पदाधिकारी के आदेश पर आई जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी द्वारा तत्कालीन रीडर से स्पष्टीकरण की मांग के साथ ही तत्कालीन एसडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई के लिए शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआइजी से अनुशंसा की गयी है.
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