डुमरांव. बिजली कंपनी की लापरवाही और वादाखिलाफी से तंग आकर अब डुमरांव के लोगों ने आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान कर दिया है. स्वयं शक्ति संस्था के सदस्य सर्वेश पांडेय ने बताया कि डुमरांव में बिजली की अनियमित आपूर्ति और जर्जर व्यवस्था को लेकर पिछले कई दिनों से सामाजिक संस्था स्वयं शक्ति लगातार आंदोलनरत है. लेकिन विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा. जिसको लेकर गुरुवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को गुस्साए कार्यकर्ताओं ने ऊर्जा मंत्री सहित विभागीय अधिकारियों का पुतला फूंक कर अपना आक्रोश जाहिर किया. सदस्यों ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब डुमरांव की जनता ने बिजली विभाग को उसकी नाकामी का आईना दिखाया हो. लेकिन विडंबना यह है कि विभाग के जिम्मेदार अफसर हर बार वही पुराना रटा-रटाया वाक्य दोहराते हैं. भूख हड़ताल पर बैठे संगठन के संयोजक धीरज मिश्रा और सदस्य सर्वेश पांडेय ने कहा कि विभाग की यह टालो-फोड़ो-भूलो नीति अब बर्दाश्त से बाहर है. सिर्फ तार और बॉक्स दिखाकर समस्या का समाधान नहीं होगा. जब तक सात सूत्री मांगें पूरी तरह लागू नहीं होतीं है तब-तब आंदोलन जारी रहेगा. सर्वेश पांडेय ने कहा कि प्रशासन के इस रवैए के बाद आंदोलकारियों के समर्थन में लोग आने लगे है जो शुक्रवार की शाम में पूरे नगर में आक्रोश मार्च निकाले, आंदोलनकारियों के समर्थन में आए लोगों ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि अगर शुक्रवार तक सात सूत्री मांगों को लेकर अगर कोई स्पष्ट एवं ठोस कदम नहीं उठाए जाते है तो शनिवार को बिजली कंपनी के कार्यालय में तालाबंदी की जाएगी. वक्ताओं ने कहा कि बिजली कंपनी की लापरवाही से तंग आकर डुमरांव में भूख हड़ताल शुरू होना इस बात का संकेत है कि आने वाले दिनों में यह आंदोलन और बड़ा रूप ले सकता है. विभाग अगर अब भी नहीं चेता तो पुतला दहन की यह चिंगारी एक बड़े जनआंदोलन में बदल जाएगी. मौके कर अविनाश त्रिपाठी, विजय सिन्हा, राजेश मिश्रा, विकास ठाकुर सहित अन्य कई लोग मौजूद थे.
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