ब्रह्मपुर. स्थानीय नगर पंचायत से रोजाना तकरीबन 70 से 80 क्विंटल कूड़ा रोजाना निकलता है. एनएच 922 ब्रह्मपुर चौरास्ता सर्विस रोड के पास नगर पंचायत से निकलने वाले कूड़े को डंप कर रही है. साथ ही इसमें आग लगाकर शहर की फिजा में जहर घोला जा रहा है. प्रदूषण की रोकथाम के लिए बनाए गए कानूनों की जगह-जगह खूब धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, जिसकी जहां मर्जी होती है वहीं पर कूड़ा-कचरा जला दिया जाता है. जिसके कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. इसकी वजह से हवा में दूषित वायु घुल जाती है, साथ ही ऐसा करने से पेड़ की जड़ें, टहनियां और पत्तियों को भी नुकसान पहुंचता है, लेकिन इन गतिविधियों की तरफ किसी का ध्यान नहीं है. ऐसे में राहगीरों को भी सांस लेने में दिक्कत हो ही रही है. वहीं वाहन चालकों को धुआं देख लाइट जलाकर गुजरना पड़ रहा है. नगर पंचायत के जिम्मेदारों का कहना है कि सालिड वेस्ट प्लांट का काम पूर्ण न होने की वजह से कूड़े को शहर से बाहर फेंका जा रहा है. लोगों की शिकायत के बावजूद नगर पंचायत की ओर से कूड़े को शहर के बाहर गिराने का क्रम जारी है. एक तरफ फैले स्माग और वायु प्रदूषण को देखते हुए कूड़ा-करकट जलाने पर रोक लगा दी गई है. साफ तौर पर कहा है कि कूड़ा जलाया गया तो अधिकारी जिम्मेदार होंगे और कठोर कार्रवाई होगी. लेकिन निर्देशों का उस पर कोई असर होता दिखाई नहीं देता है.एनजीटी के आदेशों की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही है. शहर के बाहर सड़क किनारे नगर पालिका द्वारा कूड़ा फेंका जा रहा हैं. यहीं नहीं सफाई कर्मचारियों की ओर से कूड़े में आग लगाकर पर्यावरण में जहर घोला जा रहा है. सालिड वेस्ट प्लांट शुरू न होने की बात कहकर कार्यपालक पदाधिकारी के अपना पल्ला झाड़ रहे है. नगर पंचायत की इस करतूत से लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है. धुआं फैलने से वाहन चालकों को सड़क पर लाइट जलाकर गुजरना पड़ रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

