चौसा
. प्रखंड मुख्यालय पर सोमवार को राष्ट्रीय मध्यान भोजन योजना के तहत प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत रसोइयों का एक दिवसीय बैठक की गई. जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष कंचन कुवँर ने की. रसोइयों का कहना है कि बिहार में नीतीश सरकार ने कहा था रसोइयों का मानदेय तीन हजार से आठ हजार किया जाएगा. लेकिन नीतीश सरकार ने मात्र 1650 रुपये ही बढाए. जिससे हमें आर्थिक रूप से काफी कमजोर किया जा रहा है. ये लालीपप से क्या रसोइयो गुजर-बसर हो जाएगा. क्या वह अपना घर परिवार चला पायेगा. चुनावी साल में नीतीश सरकार एक तरफ महिलाओ का उपहार बाँट रही है और एक तरफ महिलाओं का शोषण कर रही है. क्या यही बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ का नारा साबित कर रहा है कि विद्यालय की रसोइयों हाथ मे कटोरा लिए अपनी माँग की मांग रही है. रोड पर घूम रही है लेकिन हमारे नीतीश बाबू की सरकार हमारी अनसुना कर रही है. अगर सरकार हमारी मांगों पर अमल नही की तो आनेवाले दिनों में प्रदेश की सभी रसोइया उग्र आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएगी. बैठक में अमीना खातून, मनीष खरवार, भरत यादव, संगीता देवी, लक्ष्मी आदि सैकड़ों रसोइयां शामिल रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

