बक्सर. जिले में मनरेगा योजना में किस तरह गड़बडी की जा रही है. इसका तस्दीक करना है, तो राजपुर और इटाढ़ी प्रखंड में चले आइए. आपको हर रोज कुछ न कुछ गलतियां मिल ही जायेंगी. इटाढ़ी प्रखंड में तो एक ही फोटो अलग-अलग मास्टर रोल में विभागीय वेबसाइट पर अपलोड करने का सिलसिला जारी है. वहीं, राजपुर प्रखंड में मनरेगा योजना से लबालब भरे आहर की सफाई कराते हुए फोटो अपलोड किया गया है. इटाढ़ी प्रखंड में तो मनरेगा योजना अधिकारियों के लिए कमाई का जरिया बन गया है. हालांकि इस संबंध में डीडीसी आकाश कुमार चौधरी कहते हैं कि जहां भी गड़बडी मिल रही है संबंधित पीओ से जवाब-तलब किया जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर इस संबंध में डीडीसी ने मनरेगा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी संदीप मौर्य से जवाब मांगा है. गुरुवार को तो मनरेगा की वेबसाइट खोलने पर कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला. राजपुर प्रखंड के तियरा गांव में पानी से भरे लबालब आहर में ही काम कराने का 10 मजदूर को दिखाते हुए 30 मजदूरों की राशि में हेरफेर करने की नीयत से योजना संख्या 2060978 तियरा ग्राम में ललन राय के खेत से रामएकबाल सिंह के खेत तक बाहा सफाई कार्य में 9572, 9573, 9574 व 9575 चार मास्टर रोल तैयार कर हाजिरी लगा दी गयी है. इतना ही नहीं, फोटो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि आहर में पानी भरा हुआ है फिर आहर में पानी के किनारे एक तगाड़ी से भला कैसे आहर की सफाई होगी. इसे भलीभांति समझा जा सकता है. वहीं, इटाढ़ी प्रखंड में योजना संख्या 20611107 में तैयार किये गये मास्टर रोल संख्या 9354 व 9355 में 19 व 20 नवंबर को मजदूरों से नहीं, बल्कि विभागीय वेबसाइट पर अपलोड फोटो से हाजिरी लगायी गयी है. इस तरह का मामला उजागर होने के बाद भी वरीय अधिकारियों की चुप्पी जिलावासियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है.
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