डुमरांव. डुमरी-भोजपुर मुख्य पथ पर फेंके जा रहे कचरे से लोगों को हो रही परेशानी को प्रभात खबर ने 13 मई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया. इसे गंभीरता से लेते हुए डुमरांव नप के इओ ने कार्रवाई शुरू कर दी है. कार्यपालक पदाधिकारी ने तय समय में जवाब न देने पर एकरारनामा रद्द कर एजेंसी को काली सूची में डालने के लिए आदेश जारी कर दिया है. लाखों खर्च के बावजूद भी नगर का सफाई व्यवस्था सुधरने के बजाय और बदतर स्थिति होती जा रही है. जबकि, कुल 35 वार्ड के सफाई के लिए राशि 45 लाख से बढ़ाकर अब 90 लाख कर दी गई है. फिर भी धरातल पर सफाई व्यवस्था में कोई सुधार नहीं दिख रहा. सफाई एजेंसी द्वारा घनी आबादी वाला सड़क के बीचों-बीच और रैयती जमीन पर भी कूड़ा डंप कर आग भी लगा दिया जाता है. जिससे की वायु प्रदूषित होने के कारण शहर में बिमारियों के चपेट में आने का खतरा बढ़ते चला जा रहा है. जिसकी गंभीरता को देखते हुए नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार ने सफाई एजेंसी से स्पष्टीकरण करते हुए 24 घंटा के अंदर जवाब मांगा है. वही तय समय में जवाब न देने पर एकरारनामा रद्द कर एजेंसी को काली सूची में डालने के लिए दिया आदेश दिया है. बताते चलें की नयी सफाई एजेंसी द्वारा एकरारनामा के शर्तों के बावजूद घनी आबादी वाली सड़कों के बीचो बीचों-बीच और रैयत जमीन पर कूड़ा डंप किया जा रहा था. इसकी शिकायतें लगातार नगर परिषद को मिल रही थी. इस मौके पर कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि किसी भी क़ीमत पर शहर के सुंदर पर बाँट नहीं लगने दिया जाएगा. नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाना हमारी पहली प्राथमिकता है. ऐसे में सफाई से कोई समझौता नहीं किया जायेगा. लोगों को स्वच्छता के प्रति अलख जगाने के लिए नगर में रोस्टर तैयार कर स्वच्छता अभियान भी चलाया जायेगा. वहीं कार्यपालक पदाधिकारी ने नगर को स्वच्छ बनाये रखने के लिए आमलोगों से सहयोग के लिए भी अपील की.
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