बक्सर : मद्य निषेध दिवस के अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कर समाज को शकून पहुंचानेवाला खबर दी. इस घोषणा को सुनते ही लोगों में खुशी की लहर दौड़ गयी. लोगों ने एक सूर में कहा कि अब गरीबों के बिखरते सपने व घर की महिलाएं शराब के कारण नहीं जलील होंगी.
गुरुवार को मद्य निषेध दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने बिहार में शराब की बिक्री पर पाबंदी लगाते हुए लोगों से अपील की कि संकल्प लें कि हम कभी शराब नहीं पियेंगे. बता दें कि चुनाव पूर्व महिलाओं ने शराब को लेकर काफी प्रदर्शन व हंगामा किया था.
कहते हैं राजनीति से जुड़े लोग
भाजपा पूर्व महिला जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर ने बताया कि घर-घर में महिलाओं ने शराब का विरोध किया था. इसी का परिणाम है कि आज मुख्यमंत्री को यह निर्णय लेना पड़ा. अगर यह पूरी तरह बिहार में बंद हो जाये, तो अच्छी बात है, लेकिन मुझे लगता नहीं है कि ऐसा होगा.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन ने बताया कि सामाजिक तौर पर बहुत लाभ हुआ.इसके कारण समाज में तुष्टीकरण हो गया था. इससे लाभ होगा.अच्छी पहल है. इसका स्वागत किया जाना चाहिए.बहुत से परिवार इस शराब की वजह से टूट चुका था. शराब का चलन यदि खराब है,तो प्रश्न उठता है कि उसे रोका जा रहा है. इससे समाज में स्वच्छ वातावरण पैदा होगा.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव सह जिला प्रभारी विनोधर ओझा ने बताया कि शराब बंदी की घोषणा एक अच्छी पहल है.यह घोषणा लालू की पहल का देन है.घोषणा लालू के दबाव में ही हुआ है.इसके के लिए लालू बधाई के पात्र हैं.चुनावी घोषणापत्र में ही पूर्ण शराब बंदी की जिक्र था,जिस पर पहल की गयी है.
जदयू जिलाध्यक्ष राजनारायण पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री की पहल का हम स्वागत करते हैं.उनका जो निर्णय आया है.वह समाजहित व जनहित में है. इससे आमजनों में खास कर महिलाओं व पारिवारिक हिंसा में कमी आयेगी.