पहल. शहरी गरीबों को मिलेगा घर बनाने के लिए ऋण
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होम लोन पर मिलेगी सब्सिडी
पहल. शहरी गरीबों को मिलेगा घर बनाने के लिए ऋण लाभुक का देश के किसी भी कोने में नहीं होना चाहिए अपना मकान, तब मिलेगा योजना का लाभ बक्सर : शहरी क्षेत्र के गरीबों के लिए एक अच्छी खबर है. निम्न मध्यम आय वर्ग के जिनके पास खुद का मकान नहीं है वे अब सस्ते […]
लाभुक का देश के किसी भी कोने में नहीं होना चाहिए अपना मकान, तब मिलेगा योजना का लाभ
बक्सर : शहरी क्षेत्र के गरीबों के लिए एक अच्छी खबर है. निम्न मध्यम आय वर्ग के जिनके पास खुद का मकान नहीं है वे अब सस्ते ब्याज दर पर ऋण प्राप्त कर खुद के मकान का सपना साकार कर सकते हैं. लाभुक वर्ग को प्राप्त ऋण पर भारी सब्सिडी मिलेगी. ऋण चुकाने के लिए लाभुकों को 20 वर्षों का समय भी दिया जा रहा है, जिससे उनका किस्त आसान हो जायेगा. अपने दैनिक खर्च में कटौती कर लाभुक आसानी से ऋण चुका सकते हैं.
बताते चलें कि केंद्र राज्य सरकार ने झुग्गी-झोंपड़ियों, कच्चा-पक्का, फूस, खपरैल मकान में रहनेवाले लोगों को पक्का मकान उपलब्ध कराने का निश्चय किया है. पूर्व में केंद्र द्वारा संचालित इंदिरा आवास योजना, हाल के वर्षों में राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के गरीबों को ही मिल रहा था. वर्तमान केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत संचालित सबके लिए आवास योजना में शहर को भी शामिल किया है. शहरी क्षेत्र के आवास विहीन झुग्गी-झोंपड़ियों में रहनेवाले गरीबों के लिए निशुल्क आवास देने की योजना चल रही है.
चार श्रेणियों में बांटा गया है : अब आर्थिक रूप से कमजोर, निम्न मध्य आय वर्ग के लोग जिनके पास खुद का अपना मकान नहीं है, वे अपने परिवार के लिए पक्का मकान बनवाएं. इसके लिए सब्सिडी युक्त ऋण योजना लागू की गयी है. यह योजना चार श्रेणियों में विभाजित है. पहला भूमि का संसाधन के रूप में उपयोग कर आवास का निर्माण, दूसरा ऋण आधारित ब्याज सब्सिडी योजना, भागीदारी से किफायती आवास एवं लाभार्थी आधारित व्यक्तिगत आवास यानी नया अथवा विस्तार शामिल है. सरकार चाहती है उसकी योजनाओं को जल्दी-से-जल्दी अमलीजामा पहनाया जाये. अब आवास योजना का मापदंड बीपीएल नहीं है, बल्कि सामाजिक आर्थिक जनगणना के आधार पर यह लाभ दिया जाना है. इसी के आधार पर टारगेट तय किया गया है. विभाग से मिले लक्ष्य में पुराने आंकड़ों के अनुसार अधिक टारगेट दे दिया गया.
स्कीम का फायदा : ऋण स्वीकृत हो जाने के बाद नगर विकास विभाग द्वारा योजना की सब्सिडी सीधे लाभुकों के खाते में भेज दी जाती है. आवास ऋण पर दी जा रही भारी सब्सिडी से लिया गया ऋण काफी कम हो जाता है. दूसरा फायदा यह है कि यह ऋण लंबे समयवाला है. 20 वर्षों के भीतर ऋण की रकम चुकाई जानी है. लाभुक परिवार रोजमर्रे के खर्च में कटौती कर आसानी से किस्त का भुगतान कर सकता है. इसके लिए नगर पर्षद में आवेदन किया जा सकता है और लोन भी जल्दी दिया जायेगा.
20 साल के लिए लोन : इस योजना की अवधि 2022 तक निर्धारित है. इसके तहत कमजोर वर्ग, निम्न आय वर्ग तथा दो श्रेणियों में रखे गये मध्यम वर्ग यानी एमआइजी वन और एमआइजी टू श्रेणी के परिवार 20 वर्षों के लौंग टर्म ऋण लेकर खुद का आवास बनवाया जा सकता है. यह योजना पहली जनवरी से शुरू है. योजना का लाभ लेने की आखिरी सीमा 31 दिसंबर, 2017 तक निर्धारित है.
इन्हें मिलेगा लोन : लाभार्थी परिवार में पति-पत्नी और अविवाहित पुत्र-पुत्रियां हो सकते हैं. ऋण के लिए आवेदन करनेवाले परिवार को देश के किसी भाग में खुद का पक्का मकान नहीं होना चाहिए. यह सूचना छुपाते हैं, तो सब्सिडी की रकम वसूल करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. विवाहित जोड़े के मामले में पति-पत्नी अथवा संयुक्त रूप से स्कीम के पात्र हो सकते हैं.
20 वर्षों के भीतर चुकता करना है ऋण
आवेदन लिया जा रहा है
निम्न मध्यम आय वर्ग के जिनके खुद का मकान नहीं है वे अब सस्ते ब्याज दर पर ऋण प्राप्त कर खुद के मकान बना सकते हैं. लाभुक वर्ग को प्राप्त ऋण पर भारी सब्सिडी मिलेगी. इसके लिए आवेदन लिया जा रहा है.
अनिल कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी
किनको कितना मिलेगा लोन : शहर में रहनेवाले निम्न आय वर्गवाले लाभुकों को 60 वर्गमीटर में मकान के लिए तीन लाख से छह लाख रुपये का ऋण 6.5 प्रतिशत ब्याज दर पर दिया जायेगा.
मध्यम वर्ग एमआइजी टू श्रेणी का परिवार 110 वर्गमीटर में मकान बनाने के लिए 12 लाख रुपये से 18 लाख रुपये का लौंग टर्म ऋण दिया जायेगा, जिससे कि वे मकान बना सकें.
मध्यम वर्ग एमआइजी वन श्रेणी के लिए ऋण सीमा 06 से 12 लाख निर्धारित है. सब्सिडी 02 लाख 35 हजार मिलेगा.
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