राजगीऱ पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. प्रमोद कुमार शनिवार को अपने परिवार के साथ पर्यटन नगरी राजगीर पहुंचे. अपने प्रवास के दौरान उन्होंने जू सफारी, नेचर सफारी, जरासंध अखाड़ा, जरासंध स्मारक एवं घोड़ाकटोरा झील का भ्रमण किया. भ्रमण के दौरान मंत्री ने वन्यजीव प्रबंधन, संरक्षण व्यवस्था, पर्यटकीय सुविधाओं तथा समुचित रखरखाव की समीक्षा और सराहना की. डॉ. प्रमोद कुमार ने नेचर सफारी में उपलब्ध सभी गतिविधियों में भाग लिया और वहां की व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया. भ्रमण उपरांत उन्होंने कहा कि जू सफारी और नेचर सफारी बिहार के लिए गर्व का विषय हैं. यह परियोजना राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इको-टूरिज्म का एक उत्कृष्ट उदाहरण बनकर उभरी है. उन्होंने कहा कि यहां वन्यजीवों को प्राकृतिक वातावरण में सुरक्षित और स्वस्थ जीवन प्रदान किया जा रहा है, जो अत्यंत सराहनीय प्रयास है. मंत्री ने सफारी क्षेत्र की प्रवेश व्यवस्था, स्वच्छ एवं सुव्यवस्थित मार्ग, सुरक्षा प्रबंधन, सूचना एवं मार्गदर्शन प्रणाली, स्वच्छता, पेयजल और अन्य नागरिक सुविधाओं को संतोषजनक बताया. उन्होंने कहा कि यहां आने वाले पर्यटकों को केवल मनोरंजन ही नहीं, बल्कि प्रकृति और वन्यजीवों के प्रति जागरूकता भी प्राप्त होती है. सफारी परिसर में हरियाली, स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए किए जा रहे प्रयासों को उन्होंने अनुकरणीय बताया. डॉ. प्रमोद कुमार ने कहा कि जू सफारी और नेचर सफारी बिहार के पर्यटन मानचित्र पर प्रमुख आकर्षण के रूप में उभरे हैं. राज्य की पर्यावरण संरक्षण नीति को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करते हैं. पर्यटकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए उन्होंने जू और नेचर सफारी के लिए अतिरिक्त बसों की खरीद का निर्देश भी दिया. इस अवसर पर निदेशक राम सुंदर एम, डीएफओ राजकुमार एम सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे.
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