बिहारशरीफ. जिले में मत्स्य उत्पादन में बढोतरी के साथ ही इसे व्यवसायिक रूप में परिणत करने के लिये सरकार द्वारा कई प्रकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं की शुरूआत की गयी है. जिले के मछली खाने वाले प्रेमियों को अब सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में ताजा एवं गुणवत्तापूर्ण कई प्रकार के मछली का स्वाद चखने के लिये सुलभतापूर्वक उपलब्ध होगा. मत्स्य विभाग द्वारा जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में आठ मत्स्य क्वेसेक स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसमें से छह मत्स्य क्वेसेक बनकर तैयार हो गया है. एक मत्स्य क्वेसेक स्थापित करने में दस लाख रूपये का खर्च करना पड़ता है. इसमें सरकार द्वारा सामान्य वर्ग को चार लाख और अनुसूचित वर्ग को छह लाख अनुदान सरकार द्वारा देने का प्रावधान है. नूरसराय रहुई के मंजिलपुर और सोसंदी, थरथरी, गोनामा में मत्स्य क्वेसेक बनकर तैयार हो गया है. जिला मत्स्य पदाधिकारी शंभू कुमार ने बताया कि जिले के बेरोजगार युवा मत्स्य व्यवसाय से जुड़कर स्वरोजगार करने का सुनहरा अवसर पा सकते हैं. इसी प्रकार मछली व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों के लिये विभाग द्वारा विपनण योजना की शुरूआत की गयी है. जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के मत्स्य बिक्रेताओं जो सड़क के किनारे या अतिरिक्त जगहों पर मछली बिक्री का कार्य कर रहे हैं, उन्हें योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है.
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