बिहारशरीफ. जिले में बाल श्रम के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गयी है. श्रम संसाधन विभाग, बिहार के निर्देश पर मंगलवार को शहर के एतवारी बाजार क्षेत्र में विशेष धावा दल ने सघन जांच अभियान चलाया. इस दौरान एक प्रतिष्ठान से दो नाबालिग श्रमिकों को मुक्त कराया गया. बच्चों से कार्य करवा रहे प्रतिष्ठान मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है. यह कार्रवाई श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी सतीश कुमार सिंह के नेतृत्व में की गयी. धावा दल में नूरसराय की श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी पिंकी कुमारी, कतरीसराय से अतुल कुमार, आइडिया संस्था से उज्ज्वल कुमार, मंटू कुमार, विवेक कुमार, प्रयास से पूजा कुमारी और बिहारशरीफ थाना के पुलिस बल शामिल थे. मुक्त कराए गए दोनों नाबालिगों को बाल कल्याण समिति, बिहारशरीफ (नालंदा) के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां उनकी देखरेख, परामर्श और पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. श्रम अधीक्षक अश्विनी कुमार ने स्पष्ट किया है कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में यह विशेष अभियान लगातार जारी रहेगा. बाल श्रम कानूनों का उल्लंघन करने वाले प्रतिष्ठानों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी और किसी भी हालत में बच्चों को शोषण का शिकार नहीं बनने दिया जायेगा. बाल श्रमिकों को कार्य पर लगाने वाले प्रतिष्ठान मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है. श्रम विभाग का कहना है कि दोषियों को बाल श्रम निषेध एवं विनियमन अधिनियम के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. बच्चों से श्रम करवाना अपराध है, और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी. जिला प्रशासन और श्रम विभाग का यह कदम बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा और उनके बेहतर भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है.
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