बिहारशरीफ. नालंदा जिले के उतरथु गांव के रहने वाले सेना के जवान सिकंदर राउत की मौत की खबर ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है. जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात सिकंदर की मौत की सूचना मंगलवार देर शाम सामने आई, जिसे पहले शोपियां एनकाउंटर से जोड़कर देखा जा रहा था. लेकिन सेना के आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि जवान मुठभेड़ का हिस्सा नहीं थे और उन्होंने खुद की सर्विस राइफल से आत्महत्या की. मौत की सूचना पर परिजनों में मचा कोहराम जवान के चचेरे भाई संजीत कुमार ने बताया कि परिवार को अब तक सेना की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है. उन्होंने कहा, भाभी के मोबाइल पर उनके दोस्तों ने सिकंदर की मौत की खबर दी. इसके बाद भाभी कई बार बेहोश हो चुकी हैं. हम सब सदमे में हैं और यह समझ नहीं पा रहे हैं कि ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने ये कदम उठा लिया. परिवार के अनुसार, जवान की पत्नी के मोबाइल पर सीधे सिकंदर के नंबर से एक मैसेज आया, जिसमें उनकी मौत की बात लिखी गई थी. इसके बाद जब पत्नी ने कई बार कॉल किया, तो किसी ने भी फोन रिसीव नहीं किया. नालंदा के एसपी भारत सोनी ने मीडिया को बताया कि अब तक शहीद होने या किसी एनकाउंटर में शामिल होने की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है. जिला अधिकारी (डीएम) के कार्यालय से भी ऐसी किसी घटना की पुष्टि नहीं हुई है. सिकंदर राउत दो भाइयों में सबसे छोटे थे. 10 साल पहले उनकी शादी हुई थी और उनके दो छोटे बेटे भी हैं. उनकी मौत के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है. ग्रामीणों और रिश्तेदारों का उनके घर तांता लगा हुआ है. सोशल मीडिया पर शुरुआती तौर पर उनके शहीद होने का दावा किया गया, जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई. लेकिन सेना के स्पष्टीकरण के बाद यह साफ हो गया कि मामला आत्महत्या का है.
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