शेखपुरा. जिले में पिछले 10 दिनों से जारी शीतलहर एवं घने कोहरे के कहर ने आम लोगों को जीना मुहाल कर दिया है. तेज पछुआ हवा के साथ ही घने कोहरे के कारण लोगों को घरोंसे निकलना मुश्किल का सामना करना पड़ा रहा है. शीतलहर ने आम लोगों के साथ पशु -पक्षियों को भी जीना मुहाल कर दिया है. ठंड के कारण लोग अतिआवश्यक कार्यवश ही घर से बाहर निकलना पसंद कर रहे हैं. कोहरे के कारण सुबह में विजिलिटी अत्यंत कम होने के कारण सडकों पर वाहनों की रफ्तार थम सी गई थी. गुरूवार की सुबह घने कोहरे के कारण सड़कों पर महज बीस से तीस फीट की दुरी तक की चीजों को ही देखा जा रहा था. सड़कों पर वाहन रेंगने को मजबूर हो गए थे. शीतलहर का पशु-पक्षियों पर भी व्यापक प्रभाव देखा जा रहा है. ठंड के कारण पशुपालक उनकी रक्षा के लिये रोजाना आग जलाकर राहत देने में लगे हैं. ठंड कारण की आम लोगों के साथ ही जानवरों के बीमार पड़ने की खबर मिल रही है. दोपहर के बाद धूप निकलने से लोगों ने राहत की सांस ली.
अलाव ही बना है सहारा
ठंड एवं शीतलहर के बीच गरीब निर्धन परिवारों के लिये आलाव ही सहारा बना है. कड़ाके की ठंड में अपने जीवन की रक्षा के लिये लोग आग जलाकर करने में जुटे हैं. खास कर दिनभर सड़क किनारे ठेला व रिक्शा चलाकर जीवन यापन करने वाले लोग कड़ाके की ठंड से बचाव के लिये विभिन्न चौक -चौराहों के निकट भी आलाव जलाकर ठंड से बचने में जुटे है.
ठंड से बचाव को लेकर जिला प्रशासन की ओर से स्कूलों में 25 दिसंबर तक पहली से आठवीं तक की कक्षाएं स्थगित कर दी गई है.जबकि,जबकि नौवीं कक्षा से उपर के सभी कक्षाओं के समय में परिवर्तन करते हुए क्लास संचालन का कार्य जारी रखा गया है. इससे स्कूल के छोटे –छोटे बच्चों को काफी राहत मिली है.
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