हिलसा (नालंदा). झारखंड में हो रही लगातार बारिश के बाद हिलसा प्रखंड क्षेत्र के धुरी बिगहा गांव के समीप शनिवार की सुबह लोकायन नदी का पश्चिमी तटबंध पूर्व की जगह हुए कटाव की जगह धुरी बिगहा गांव के पास फिर करीब 50 फीट कटाव हो जाने हिलसा प्रखंड के तीन पंचायत में धुरीविगहा छीयासठ बिगहा, फुलवरिया,लक्कड़ बीघा, कुसेता, मुरलीगढ़ ,सोहरापुर, कुसेता , मुरलीगढ़, धुरी बिगहा, आंकोपुर, डोमन बिगहा आदि गांव के दर्जनों घर में रात में ही पानी घुस गया था एवं गांव के खेतों में 5 फीट एवं सड़क पर 2 फिट पानी बह रहा था.पानी फैलने के कारण लगभग सैकड़ो एकड़ से ज्यादा खेत में लगे धान की फसल जल मग्न हो गया है।वही लोकायन नदी के पूर्वी एवं पश्चिमी तटबंध में आधा दर्जन से अधिक गांव के समीप पानी का रिसाव की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीणों में हड़कंप मच हुआ है। लेकिन प्रशासन के द्वारा सैंड बोरी में भर रखा बालू देकर मरमत्ति कार्य किया जा रहा है।रात तक पानी की बहाव इसी तरह रहा तो दर्जनों जगहों पर कटाव हो सकता है। नदी में पानी की वृद्धि होने के बाद स्थानीय प्रशासन अलर्ट हो गए हैं। किसान व प्रशासन दोनों लोकायन नदियों के तटबंधों की निगरानी करने में जुटे हैं। एसडीओ अमित कुमार पटेल ने बताया की नदी में पानी का वृद्धि हुआ है। धुरी बिगहा गांव के पास बांध में कटाव हो गया है। जलस्तर को और वृद्धि होने की संभावना को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। निपटाने की साधन उपलब्ध है। घरों में पानी घुसने से लोगों ने छत पर ली शरण
लोकायन नदी का तटबंध टूटने से शोहरापुर, धुरीविगहा, छीयासठ बिगहा आदि गांव में पानी घुस गया. घरों में पानी घुसने से लोगों ने छत पर शरण ले ली है जिनकी अपनी छत नहीं वे पड़ोसियों के घर की छत पर रहने को विवश हैं. कुछ ने प्राथमिक विद्यालय में रहने की व्यवस्था कर ली है. यह स्थिति विशेष रूप से उन लोगों के लिए मुश्किल है जिनके पास अपनी छत नहीं है या जिनके घरों में रखा अनाज बाढ़ के पानी में डूबकर खराब हो रहा है. कुछ इलाकों में लोग राहत और बचाव कार्यों की प्रतीक्षा कर रहे हैं. लेकिन राहत सामग्री उन तक नहीं पहुंच पा रही है जिससे उनकी स्थिति और भी दयनीय हो गई है। गलियों में पानी भरने से बच्चों के डूबने का जोखिम बढ़ गया है. ग्रामीण जलस्तर और बढ़ने की आशंका से जता रहे है.बाढ़ के कारण हिलसा-पभेड़ी मार्ग में रेडी पुल, दामोदरपुर, शोहरापुर, गांव के पास दो किलोमीटर तक सड़क के ऊपर से 2 फीट पानी बह रहा है। दर्जनों गांव के लोगों को बाजार से सम्पर्क खत्म हो गया है.अनुमंडल पदाधिकारी अमित कुमार पटेल ने कहा कि शनिवार उदेरा स्थान से पानी छोड़ा गया है. प्रशासन अलर्ट मोड में है. संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए राहत व बचाव कर शुरू कर दिया गया है. किसी भी स्थिति से निपटाने की पूरी तैयारी है. नदियों का जलस्तर लगातार वृद्धि हो रही है. ड्राई राशन का वितरण किया जा रहा है. अगर स्थिति यही रही तो जगह-जगह किचन का व्यवस्था किया जाएगा.करायपरसुराय प्रखंड क्षेत्र के हसनपैन के पास बाढ़ का पानी एक ओर से दूसरे और गिरने लगा था जिसे प्रशासन के द्वारा तत्परता के साथ मरम्मत कर दिया गया, इस दौरान प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार उपस्थित थे.
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