बिहारशरीफ़ शनिवार को सदर अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की महत्वाकांक्षी लक्ष्य प्रमाणीकरण को लेकर केंद्रीय टीम ने निरीक्षण किया. टीम में डॉ. मोमराज अली शेख और डॉ सुमित्रा हलधर शामिल थी. टीम ने अस्पताल पहुंचकर प्रसव कक्ष, ऑपरेशन थिएटर और मातृ-शिशु देखभाल से जुड़ी सेवाओं का बारीकी से जायजा लिया. डॉ. मोमराज अली शेख ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में लक्ष्य प्रमाणीकरण का मुख्य उद्देश्य प्रसव के दौरान माताओं और नवजात शिशुओं को सुरक्षित, स्वच्छ और सम्मानजनक सेवाएं उपलब्ध कराना है. इसके तहत डिलीवरी प्वाइंट्स की गुणवत्ता में सुधार, संक्रमण की रोकथाम, समय पर उपचार और मरीज संतुष्टि को प्राथमिकता दी जाती है. लक्ष्य के माध्यम से मातृ एवं नवजात मृत्यु दर को कम करना और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर लोगों का भरोसा बढ़ाना इसका अहम लक्ष्य है. केंद्रीय टीम ने लेबर रूम, ऑपरेशन थिएटर, प्रसव पूर्व एवं प्रसव उपरांत देखभाल कक्षों का निरीक्षण किया. जांच के दौरान साफ-सफाई, उपकरणों की उपलब्धता और कार्यशीलता, दवाओं की स्टॉक स्थिति, आपातकालीन सेवाओं की तत्परता, संक्रमण नियंत्रण प्रोटोकॉल और बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन को परखा गया. इसके अलावा मरीजों को दी जा रही सुविधाओं, गोपनीयता, सम्मानजनक व्यवहार और परामर्श सेवाओं की भी समीक्षा की गई. टीम ने अस्पताल के रिकॉर्ड, ड्यूटी रोस्टर, प्रशिक्षण स्थिति और मानक संचालन प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है या नहीं, इसकी भी जांच की. साथ ही कुछ मरीजों और परिजनों से बातचीत कर उनके अनुभव और संतुष्टि स्तर की जानकारी ली गई. निरीक्षण के अंत में टीम ने आवश्यक सुझाव दिए और सुधारात्मक कदमों पर जोर दिया. अस्पताल प्रबंधन ने लक्ष्य के मानकों पर खरा उतरने के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया. मौके पर उपाधीक्षक डॉ. राजीव रंजन,अस्पताल प्रबंधक मोहम्मद इमरान, लेखपाल सुरजीत कुमार, डॉ. लवली सुपर्णा टाट समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे.
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