शेखपुरा. बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने बरबीघा के वर्तमान विधायक सुदर्शन का टिकट काटे जाने के मामले में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एक वर्ष पूर्व बिहार के एनडीए सरकार के विधायकों के फ्लोर टेस्ट में सुदर्शन की भूमिका संदिग्ध रही. एनडीए के जदयू से वर्तमान प्रत्याशी डॉ. पुष्पंजय के नामांकन समारोह को संबोधित करने बरबीघा पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि बरबीघा विधानसभा क्षेत्र उनके पिता स्व. महावीर चौधरी की कर्मभूमि रहा है. राजनीतिक रूप से बरबीघा की आवाम ने अपनी ताकत और आशीर्वाद से मुझे भी सशक्त बनाया. इस दौरान उन्होंने बिहार में सर्वाधिक सड़क और पुलों का निर्माण बरबीघा में करने की उपलब्धि गिनाई. मौके पर नवादा के सांसद विवेक ठाकुर भी मौजूद थे. पत्रकारों को संबोधित करते हुए मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि बरबीघा के वर्तमान विधायक सुदर्शन से उनके व्यक्तिगत संबंध बेहतर रहे हैं. कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष रहते भी बिना मांगे उन्हें न सिर्फ बरबीघा विधानसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस पार्टी से प्रत्याशी बनाया. बल्कि दिन रात एक कर कार्यकर्ताओं ने उन्हें जीत भी हासिल कराया. इतना ही नहीं जदयू में नीतीश कुमार का साथ मिलने पर भी सुदर्शन को बरबीघा में दूसरी बार विधायक बनने का अवसर मिला. लेकिन जब बिहार के एनडीए सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अविश्वास प्रस्ताव की बारी आई तब बरबीघा के वर्तमान विधायक सुदर्शन की भूमिका फ्लोर टेस्ट में संदिग्ध रही. इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव के दौरान कई बार कहने के बाद भी सुदर्शन ने पार्टी लाइन से अलग हटकर काम किया. आज इसी का खामियाजा सुदर्शन को जदयू से बेटिकट होकर भुगतना पड़ रहा है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार एक बार फिर मजबूती के साथ विकास और बदलाव एवं अपने काम के बदौलत वापसी करेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए सरकार बिहार में एक बार फिर इतिहास रचेगा. इस बैठक में जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ.अर्जुन ने किया जवकि मंच संचालन प्रमोद चन्द्र्वंसी ने किया.इस मौके पर भाजपा के वरिष्ट नेता डॉ.संजीत प्रभाकर,जदयू नेता उमेश पटेल,साकेत सिंह,लोजपा नेता शेखर पासवान, जिप अध्यक्षा निर्मला सिंह,एनडीए नेता चन्दन सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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