बिंद (नालंदा). बिंद प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचसी में डाक्टरों व संसाधनों की घोर कमी है. संसाधनों के अभाव में मरीजों को समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है. इलाज के लिए अस्पताल आये अधिकांश मरीजों को रेफर कर दिया जाता है. इस अस्पताल में रोजाना करीब 60 से 80 मरीज स्वास्थ्य लाभ के लिए आते हैं. लेकिन अस्पताल मे महिला डाक्टर व संसाधन कि कमी दिखाकर अधिकांश मरीजो को रेफर कर दिया जाता है. अस्पताल में महिला डाक्टर के नहीं रहने का खमियाजा गर्भवती महिलाओं व उनके परिजनों को भुगतना पड़ रहा है. महिलाएं अपनी गुप्त बीमारी को पुरूष डाक्टर के समक्ष लज्जावश बताने से परहेज़ करती है. आशा कार्यकर्ता मोटे कमीशन के चक्कर में मरीजों को नीजि अस्पताल में पहुंचा देती है. जहां झोला छाप डाक्टर मरीजों से मोटी रकम वसूल करते है. ग्रामीणों ने सीएस से बिंद पीएचसी में महिला डॉक्टर कि पदस्थापना करने की मांग की है.
क्या कहते हैं अधिकारी :
अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों से मरीजों का बेहतर इलाज किया जा रहा है. अस्पताल में महिला चिकित्सक की पदस्थापना के लिए सीएस से गुहार लगाया जाएगा.
– डॉ़ उमाकांत प्रसाद, चिकित्सा प्रभारी, बिंद (नालंदा)
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