राजगीर. रविवार की देर शाम को एक राहत भरी खबर सामने आई है. यहां के प्रसिद्ध रत्नागिरी पर्वत पर ट्रेकिंग के दौरान दो विदेशी पर्यटक घने जंगल में रास्ता भटक कर फंस गये थे. उन्हें काफी मशक्कत के बाद पुलिस और बिहार सैन्य पुलिस के जवानों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. बचाव के बाद दोनों पर्यटकों को उनके ठहराव स्थल वर्मी टेम्पल तक सुरक्षित पहुंचा दिया गया है. डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि राजगीर थानाध्यक्ष को शांति स्तूप पर प्रतिनियुक्त बीएसएपी जवान द्वारा सूचना दी गई. जवान ने बताया कि रत्नागिरी पर्वत के घने जंगलों से ””””हेल्प मी””””, हेलो- हेलो की आवाजें और सीटी की ध्वनि सुनाई दे रही है. सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ और एक रेस्क्यू टीम का गठन कर मौके पर रवाना किया गया. उन्होंने बताया कि रत्नागिरी पर्वत का क्षेत्र पहाड़ी और घने जंगलों से घिरा हुआ है. रात्रि का समय होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण था. बावजूद पुलिस की रेस्क्यू टीम ने सूझबूझ और लोकल लोगों की मदद से दोनों पर्यटकों को सही-सलामत बाहर निकाला. विदेशी पर्यटकों में एक आयरलैंड के जेम्स पिगॉट और दूसरे वेनेजुएला के राफेल रायोन थे. पर्यटकों ने पुलिस को बताया है कि दोनों पर्यटक अकेले ट्रेकिंग पर निकले थे. गूगल मैप के भरोसे चल रहे थे. लेकिन नेटवर्क समस्या और जटिल रास्तों के कारण दोनों जंगल में भटक कर फंस गये. डीएसपी ने कहा कि रत्नागिरी क्षेत्र का भौगोलिक स्वरूप पहाड़ी और जंगलों से घिरा है. बचाव कार्य किसी चुनौती से कम नहीं था. अंधेरा बढ़ने और नेटवर्क की समस्या के बावजूद पुलिस और गाइड की सूझबूझ से दोनों पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने में पुलिस को कामयाबी मिली है. सुनील कुमार सिंह ने बताया कि काफी मशक्कत और सतर्कता के साथ खोजबीन के बाद पुलिस टीम ने दोनों विदेशी पर्यटकों को सुरक्षित जंगल से बाहर निकालकर थाना लाया. पूछताछ में पर्यटकों ने बताया कि वे बौद्ध धर्म से जुड़े स्थल भ्रमण के क्रम में राजगीर पहुंचे हैं. वे रोपवे से शांति स्तूप गये।वहाँ से अशोक पथ होते हुए लौटने का प्रयास कर रहे थे, तभी रास्ता भटक कर जंगल में भटक गये. डीएसपी ने कहा कि इस घटना से स्पष्ट हो गया है कि प्रशासन की तत्परता और आपसी समन्वय से किसी भी आपात स्थिति को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया जा सकता है. प्रशासन ने सभी पर्यटकों से अपील की है कि पहाड़ी क्षेत्रों में ट्रेकिंग करते समय गाइड की मदद लें और अकेले यात्रा करने से बचें. सुरक्षित वापसी के बाद दोनों विदेशी पर्यटकों ने पुलिस और जवानों का धन्यवाद किया है. उन्होंने कहा कि इतनी त्वरित सहायता की उम्मीद उन्हें नहीं की थी. उन्होंने बताया कि वे अकेले ट्रेकिंग पर निकले थे और गूगल मैप्स के भरोसे चल रहे थे. लेकिन खराब नेटवर्क और पेचीदा रास्तों के कारण रास्ता भटक गये थे. डीएसपी ने बताया कि उनके अलावे रेस्क्यू टीम में राजगीर थानाध्यक्ष रमण कुमार, अनि धर्मेश गुप्ता, प्रवीण प्रताप सिंह और बिएसएपी के सशस्त्र जवान शामिल थे.
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