राजगीऱ संस्कृति, परंपरा और ऐतिहासिक विरासत की आदि भूमि राजगीर एक बार फिर भव्य उत्सव के रंग में रंगने को सजधज कर तैयार है़ शुक्रवार से शुरू होने वाले तीन दिवसीय राजगीर महोत्सव, महिला महोत्सव, खेल महोत्सव तथा सात दिवसीय ग्रामश्री मेला को लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गयी है़ पूरे पर्यटक शहर को दुल्हन की तरह सजाया सवांरा गया है़ उत्सव को यादगार बनाने के लिए जिला प्रशासन ने हर स्तर पर व्यापक प्रबंध किया है. महोत्सव के इतिहास में इस वर्ष एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. पहली बार पांच हजार दर्शकों की क्षमता वाला अत्याधुनिक जर्मन हैंगर पंडाल तैयार किया गया है, जो दर्शकों को बेहतर बैठने और देखने की सुविधा प्रदान करेगा. पंडाल में आधे दर्जन से अधिक बड़े एलईडी स्क्रीन लगाये गये हैं. इससे कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण दूर बैठे दर्शक भी आसानी से देख सकेंगे. इससे महोत्सव की भव्यता और आकर्षण में और इजाफा होगा. हर वर्ष की तरह इस बार भी ग्रामश्री मेला, पुस्तक मेला, व्यंजन मेला, कृषि मेला और हस्तशिल्प उद्योग मेला आदि का आयोजन किया गया है. इन मेलों के माध्यम से स्थानीय कारीगरों, किसानों और स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री का अवसर मिलेगा. हस्तनिर्मित वस्तुएं, पारंपरिक कलाकृतियां और स्थानीय व्यंजन पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण के केंद्र रहेंगे.महोत्सव के दौरान पारंपरिक लोकसंस्कृति को जीवंत रखने के लिए पालकी और टमटम सजावट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. इसके साथ ही खेल प्रतियोगिताएं और राजगीर की पारंपरिक दंगल भी आयोजित किए जाएंगे. इसमें अनेकों राज्यों और दूर-दराज के पहलवान हिस्सा लेंगे. इन आयोजनों से ग्रामीण संस्कृति और खेल परंपरा को बढ़ावा मिलेगा. उत्सव को और आकर्षक बनाने के लिए पर्यटक शहर राजगीर की सड़कों के दोनों ओर भव्य और रंगीन लाइटिंग की व्यवस्था की गई है. जगह-जगह भव्य तोरण द्वार बनाए गए हैं। यह आने-जाने वाले पर्यटकों को उत्सव का अहसास करा रहा है। ऐतिहासिक स्थलों और प्रमुख चौराहों को भी विशेष रोशनी से सजाया गया है, जिससे रात के समय शहर का दृश्य मनमोहक दिखाई देता है. इस बार महोत्सव के उद्घाटन समय में भी बदलाव किया गया है. परंपरागत रूप से उद्घाटन समारोह शाम करीब सात बजे आयोजित होता रहा है. लेकिन इस वर्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे ही महोत्सव का विधिवत उद्घाटन करेंगे.उद्घाटन समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, पर्यटन मंत्री अरुण शंकर प्रसाद तथा ग्रामीण विकास एवं परिवहन मंत्री श्रवण कुमार सहित सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल होंगे. दर्शकों और पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने पार्किंग, पेयजल, शौचालय और पर्याप्त रोशनी की पुख्ता व्यवस्था की है. महोत्सव के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए नया ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है, ताकि जाम की स्थिति उत्पन्न न हो और लोगों को आने-जाने में परेशानी न हो. सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। महोत्सव स्थल सहित पूरे राजगीर क्षेत्र में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इसके लिए पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, पुरुष और महिला पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है. जगह-जगह बैरिकेडिंग और निगरानी की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके. कुल मिलाकर राजगीर महोत्सव न केवल सांस्कृतिक और सामाजिक उत्सव है, बल्कि यह पर्यटन, स्थानीय कला और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई पहचान देने का माध्यम बनेगा. प्रशासन और स्थानीय लोगों के सहयोग से यह महोत्सव एक बार फिर राजगीर की गौरवशाली परंपरा को देश-दुनिया के सामने प्रस्तुत करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
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