राजगीर. बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के न्यासधारी संरक्षक आचार्य महंत ब्रजेश मुनि महाराज ने जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर मिस्कीन को तनखैया मुक्त करने एवं सभी आरोपों से बरी करने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर पंजाब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह जी एवं दमदमा साहिब के जत्थेदार सिंह साहब संत बाबा टीका सिंह को कबीरपंथी समाज की ओर से साधुवाद दिया. उनके द्वारा जारी हुकुम नाम का स्वागत करते हुए ब्रजेश मुनि महाराज ने राजगीर में कहा कि जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह की सेवा तख्त श्री हरि मंदिर साहिब में शीघ्र बाहल करें. हरि मंदिर साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और गुरुद्वारा के संरक्षक जिला एवं सत्र न्यायाधीश ब्रजेश मुनि ने कहा गुरुद्वारा प्रबंधन से जुड़े कुछ स्वार्थी तत्वों ने साजिश के तहत जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह पर झूठा आरोप लगाकर उनकी सेवा स्थगित करके इन्हें तनखैया घोषित कर दिया था. किंतु उनके विरुद्ध आरोपी की जांच हेतु गठित कमेटी ने गहन निष्पक्ष जांच के आधार पर जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर मिस्कीन को आरोपी से बरी कर दिया है. गुरुद्वारा प्रबंधन के संरक्षक जिला एवं सत्र न्यायाधीश सहित महासचिव तख्त हरिमंदिर साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर मिस्कीन की सेवा शीघ्र बहाल करने की मांग करता हूं. ताकि तख्त श्री हरि मंदिर साहिब गुरुद्वारा की मर्यादा की रक्षा हो विदित है कि गुरु ग्रंथ साहिब में कबीर साहेब की वाणियों का महत्वपूर्ण स्थान होने से कबीरपंथी संतो की गहरी आस्था है. इस आशय का पत्र ब्रजेश मुनि महाराज ने श्री अकाल तख्त एवं दमदमा साहेब के जत्थेदार एवं महासचिव, संरक्षक गुरुद्वारा पटना को भेजा है.
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