शेखपुरा.नालंदा जिले के कतरीसराय थाना अंतर्गत मायापुर गांव निवासी रौनक कुमार के कथित अपहरण की घटना में पुलिस की संलिप्तता से साफ इनकार कर दिया गया है. एसडीपीओ राकेश कुमार के साथ-साथ अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त हुए रौनक कुमार उनके पिता अनुज कुमार और माता प्रमिला देवी ने भी इस पूरे भयावह और डरावने कांड में पुलिस की किसी प्रकार के हाथ से साफ इनकार किया है. इन सभी ने अपहरण के बाद मुक्त होने को लेकर किसी प्रकार के रूपयों-पैसों के लेनदेन से भी इंकार कर दिया है. यहां यह उल्लेखनीय है कि मायापुर के युवक जिले के केवटी थाना अन्तर्गत गंगंटी गांव से वापस अपने घर मायापुर जाने के दौरान रविवार को उसका फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया था. इस पूरे अपराधिक घटनाक्रम में मिशन थाना में तैनात एक पुलिस पदाधिकारी की स्थान लिखना सामने मीडिया में उजागर हुआ. इसके बाद पुलिस ने सक्रियता से पूरे मामले का अनुसंधान करते हुए इसमें पुलिस कर्मी को क्लीन चिट दे दिया. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एसडीपीओ राकेश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर मामले की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने सभी बिंदुओं पर गहनता से पड़ताल किया. इसके बाद इसमें पुलिस के किसी प्रकार की संलिप्तता सामने नहीं आई. उन्होंने इस मामले में है अपहृत रौनक कुमार को अपहरण कांड को लेकर थाना में आवेदन देने को कहा है. जिसके आधार पर पुलिस इस अपहरण कांड की विस्तार से अनुसंधान करने का वादा किया है. अपहृत रौनक कुमार ने पुलिस को इस पूरे मामले में अपहरण के वाकया को लेकर लिखित जानकारी उपलब्ध कराई है. जिसमें उन्होंने उन्हें चार बदमाशों द्वारा अगवा करने और लगातार वहां पर भ्रमणशील रखना तथा परिजनों से फिरौती मांगने के लिए कॉल करने आदि की बातों की जानकारी दी. मिशन थाना के पास मोबाइल लोकेशन और मिशन थाना के कनीय पुलिस पदाधिकारी के फ्लैट में बंद रखकर फिरौती मांगने की मीडिया में आई बातों का पूरी तरह खंडन किया है.
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