बिहारशरीफ. अकाउंट रजिस्ट्री (अपार)आईडी छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक रिकॉर्ड को डिजिटल रूप में एक जगह इकट्ठा रखने का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है. यह आधार कार्ड की तरह ही छात्र-छात्राओं की 12 अंकों की एक यूनिक पहचान पत्र है. इसके माध्यम से छात्र-छात्राओं के सभी प्रकार के शैक्षणिक रिकार्ड को डिजिटल रूप में एक ही जगह रखना संभव है. छात्रों की सरकारी योजनाएं ,छात्रवृत्तिया सहित सभी प्रकार के शैक्षणिक रिकार्ड तथा अन्य प्रकार की जानकारियां पाने में मदद करता है. छात्र-छात्राओं के स्कूल बदलने में भी अपार आईडी कार्ड महत्वपूर्ण होता है. यह छात्र-छात्राओं को डिजिटल रूप से ट्रैक करने में मदद करता है. इसलिए वर्तमान समय में छात्र-छात्राओं के लिए अपार आईडी सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है . इसकी महत्ता को देखते हुए यह सभी छात्र-छात्राओं की पहली आवश्यकता बन गई है. इसके बावजूद जिले में अब तक मात्र 60 फ़ीसदी छात्र-छात्राओं के ही अपार आईडी कार्ड बनाए जा सके हैं. जिले में पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक में कुल 3168 सरकारी व निजी विद्यालयों में लगभग 5 लाख 80 हजार 537 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. नई शिक्षा नीति 2020 के तहत सभी छात्र-छात्राओं का अपार आईडी कार्ड बनाना अत्यंत आवश्यक है. इसके बिना वर्तमान समय में बच्चों का स्कूलों से स्थानांतरण होना भी मुश्किल है. इसलिए अपार आईडी सभी छात्र-छात्राओं के लिए महत्वपूर्ण व आवश्यक है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक के द्वारा की गई समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि जिले में अब तक मात्र 60 फीसदी बच्चों का ही अपार आईडी बनाया गया है. इससे भविष्य में छात्र-छात्राओं को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को तेजी से शत- प्रतिशत छात्र-छात्राओं को अपार आईडी बनवाने का सख्त निर्देश दिया गया है. इसके लिए जिले में अभियान चला कर शत-प्रतिशत छात्र-छात्राओं को अपार आईडी बनाने का निर्देश दिया गया है. 10-11अप्रैल को अपार आईडी के लिए विशेष अभियान:- बच्चों के लिए अपार आईडी की महत्ता को ध्यान में रखते हुए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को जिले में 10- 11 अप्रैल को विशेष अभियान चला कर बच्चों को अपार आईडी कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने स्तर से अपार आईडी निर्माण कार्य को पूर्ण कराने के लिए हर संभव प्रयास करें ताकि 15 अप्रैल तक सभी बच्चों का अपार आईडी कार्ड बनाई जा सके. क्या कहते हैं अधिकारी:- – “विभागीय निर्देश के अनुसार 10- 11अप्रैल को बच्चों का अपार आईडी कार्ड बनाने के लिए जिले में विशेष अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तथा प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिए गए हैं. ” – राज कुमार ,जिला शिक्षा पदाधिकारी, नालंदा
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