बिहारशरीफ. बिहार और झारखंड में दहशत का दूसरा नाम बन चुके अंतरराज्यीय अपराधी सूरज सिंह उर्फ सुरजभान सिंह को हरनौत थाना पुलिस ने धर दबोचा है. हरनौत थाना के टॉप-10 अपराधियों में यह शामिल है. इसके उपर अपराधी हत्या, लूट, डकैती और गृहभेदन जैसे संगीन मामलों दर्ज हैं. यह पिछले चार साल से फरार था. डीएसपी संजय कुमार जायसवाल ने बताया कि पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सूरज सिंह अपने गांव सिरसी लौटा है.सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अमरदीप कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई और तुरंत छापेमारी की योजना बनाई गई. पुलिस टीम ने जब गांव में दबिश दी, तो सूरज सिंह घर में छिपा हुआ मिला. हालांकि, पुलिस को देखते ही वह भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन टीम ने उसे चारों तरफ से घेर लिया और मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया.सूरज सिंह हाथ-पैर बांधकर डकैती करने वाले कुख्यात गिरोह का सरगना था. वह न केवल बिहार बल्कि झारखंड और उत्तर प्रदेश में भी अपने गिरोह के साथ मिलकर संगीन अपराधों को अंजाम देता था. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, सूरज सिंह झारखंड के जयनगर, चंदवारा, डोमचाच और तिलैया थानों में भी वांछित था. इसके अलावा, उसका अपराधिक नेटवर्क बिहार के भागलपुर, सिवान और उत्तर प्रदेश के नोएडा तक फैला हुआ था. उसके गिरोह का तरीका बेहद खौफनाक था. गिरोह के सदस्य रात के अंधेरे में घरों में घुसते, परिवार के सदस्यों को बुरी तरह बांधकर लूटपाट करते और विरोध करने पर हत्या करने से भी पीछे नहीं हटते थे. इस गिरोह ने कई जिलों में आतंक मचाया था.गिरफ्तारी में थानाध्यक्ष अमरदीप कुमार, दारोगा गणेश कुमार राय, दीपा कुमारी, अनिकेश कुमार बिट्टू, जमादार राधेश्याम यादव, विपिन कुमार, प्रतीक कुमार, रविंद्र कुमार, संदीप कुमार, विकास कुमार, कुंदन कुमार व अन्य शामिल थे.
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