प्रतिनिधि, राजगीर.
पांच दिनों से लापता युवक का शव सोमवार को छबिलापुर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गेट के पास स्थित एक केबिन से बरामद होने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी है. मृतक की पहचान लोदीपुर पंचायत के धनु बिगहा निवासी सिद्धेश्वर यादव के 30 वर्षीय पुत्र श्रवण यादव के रूप में हुई है. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बिहारशरीफ भेज दिया है. घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया है. एहतियातन एफएसएल टीम को बुलाकर साक्ष्य संकलन कराया गया है. मृतक के चचेरे भाई लालू कुमार ने बताया कि श्रवण अपने माता-पिता का एकलौता पुत्र था. उन्होंने बताया कि श्रवण यादव 27 नवंबर, गुरुवार की रात खेत पटवन के लिए घर से निकला था, लेकिन दूसरे दिन तक वापस न आने पर परिजन चिंतित हो उठे. अगले दिन से ही उसकी खोजबीन शुरू कर दी गई थी. इसी दौरान सोमवार को लोदीपुर खंधा स्थित रणजीत सिंह के केबिन से श्रवण का शव बरामद हुआ. शव को गमछा से बांधकर बोरिंग में लटका हुआ पाया गया. केबिन के अंदर शराब और मुर्गा मिलने से संदेह और भी गहरा गया है.
ग्रामीणों के अनुसार सुबह खेत पटवन के लिए एक युवक जब केबिन खोलने गया, तो अंदर लाश देखकर घबरा गया. उसने इसकी सूचना गांव वालों को दी. इसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और छबिलापुर थाना पुलिस को खबर दी गयी. ग्रामीणों का कहना है कि श्रवण की मौत के पीछे पैसे के लेन-देन का विवाद भी कारण हो सकता है. वे घटना की गुत्थी सुलझाने और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस-प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि आक्रोशित ग्रामीणों ने शाम तक शव को पुलिस के हवाले नहीं होने दिया गया है. वे मौके पर एसपी को बुलाने और विस्तृत जांच की मांग पर अड़े हैं. स्थिति को देखते हुए छबिलापुर, राजगीर और सिलाव थाना की पुलिस के अलावा सर्किल इंस्पेक्टर भी गांव में कैंप कर रहे हैं. परिजनों ने आरोप लगाया है कि रविवार को वे श्रवण के लापता होने की प्राथमिकी दर्ज कराने छबिलापुर थाना गए थे, लेकिन थानाध्यक्ष ने यह कहते हुए मामला दर्ज नहीं किया कि “कहीं गया होगा, वापस आ जाएगा.” इस व्यवहार को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

