बिहारशरीफ. नालंदा जिले में 1 अप्रैल को दोपहर बाद एक बड़ी संयुक्त कार्रवाई में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और नालंदा पुलिस ने हथियार तस्करी और भू-माफिया गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस अभियान में गिरोह का मुख्य सरगना किशन सिंह और उसका साथी अरविंद कुमार सिंह समेत तीन अन्य कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अपराधी भी शामिल हैं. सदर एसडीपीओ-2 संजय कुमार जायसवाल ने बताया कि 1अप्रैल को दोपहर के समय एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि एक काले रंग की बुलेटप्रूफ फोर्ड एंडेवर में हथियार तस्कर और भू-माफिया हरनौत बाजार से बिहारशरीफ की ओर जा रहा है. इस सूचना के आधार पर वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए सीमावर्ती थानों चेरो, वेना और कल्याण बिगहा थाना को सूचित किया गया. एसटीएफ और नालंदा पुलिस की संयुक्त टीम ने संदिग्ध वाहन का पीछा किया. जब टीम सरथा गांव के पास पहुंची, तो संदिग्धों ने एसटीएफ की गाड़ी पर टक्कर मारी और फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले से एसटीएफ की गाड़ी सड़क के किनारे गड्ढे में चली गई, जबकि अपराधियों की बुलेटप्रूफ कार असंतुलित होकर पलट गई. भागने के क्रम में पुलिस पर फायरिंग वाहन से निकलकर अपराधियों ने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में एसटीएफ ने भी आत्मरक्षा में गोलियां चलाईं. घेराबंदी के बाद पुलिस टीम ने किशन कुमार को गिरफ्तार किया, जिसने अपना पता सरथा, थाना-हरनौत, जिला-नालंदा बताया. जमीन खरीद बिक्री में करता था हथियार का इस्तेमाल किशन कुमार के पास से 9 एमएम ग्लोक पिस्टल और दो लोडेड मैगज़ीन में कुल 22 जिंदा गोलियां बरामद हुईं. पूछताछ के दौरान किशन कुमार ने खुलासा किया कि उसने ये हथियार हरनौत के संगठित भू-माफिया अरविंद कुमार सिंह से खरीदे थे और दोनों मिलकर जमीन खरीद-बिक्री के कारोबार में इन हथियारों का इस्तेमाल करते थे। इस मामले में हरनौत थाना में कांड दर्ज किया गया है. हिस्ट्रीशीटर अरविंद के घर मिले हथियार कारतूस किशन कुमार के बयान के सत्यापन के दौरान पुलिस ने अरविंद कुमार सिंह के घर में भी छापेमारी की, जहां से 0.315 बोर का एक राइफल और 132 जिंदा कारतूस, 0.32 बोर का एक रिवॉल्वर और 64 जिंदा कारतूस के साथ 750 मिलीलीटर अंग्रेजी शराब बरामद हुई. इस कार्रवाई में अरविंद कुमार सिंह समेत अरविंद सिंह का पुत्र रवि सिंह,मुन्ना कुमार एवं कुंदन कुमार हिस्ट्रीशीटर अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया। इस संबंध में हरनौत थाना में अलग से कांड दर्ज किया गया है. कुंदन का है बुलेट प्रूफ कार बुलेट प्रूफ कार कुख्यात अपराधी कुंदन सिंह का है. उसने यह गाड़ी 30 लाख में खरीदी थी. और उसे बुलेट प्रूफ बनाने में 15 लाख खर्च किए गए हैं. उसने अपनी फोर्ड इन्डीवर कार पुणे में बुलेट प्रूफ बनवाया था. क्या क्या हुआ बरामद 09MM गलोक पिस्टल-01 गलोक पिस्टल का मैगजीन-02 09MM का जिंदा कारतूस-22 315 बोर का राइफल-01 315 बोर का जिंदा कारतूस-132 315 बोर का खोखा-04 32 बोर का रिवाल्वर-01 32 बोर का जिंदा कारतूस-64 32 बोर का खोखा-03 काले रंग का फोर्ड इन्डीवर कार-01 मोबाइल-05 छापेमारी टीम में ये रहें शामिल डीएसपी सदर-2 संजय कुमार जायसवाल, नूरसराय सर्किल इंस्पेक्टर रमाशंकर सिंह, हरनौत थाना अध्यक्ष अमरदीप कुमार, चेरो थाना अध्यक्ष विकेश कुमार, बेना थाना अध्यक्ष मनोज कुमार, कल्याण बिगहा थाना अध्यक्ष सुषमा कुमारी एवं हरनौत थाना के अन्य पदाधिकारी समेत एसटीएफ की टीम शामिल रही. आपराधिक इतिहास किशन कुमार पर नालंदा के अलग-अलग थानों में आर्म्स एक्ट समेत अन्य धाराओं में 3 मामलें दर्ज हैं जबकि अरविंद कुमार सिंह पर आधा दर्जन से अधिक अपराधिक मामलें दर्ज हैं.पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए सभी पांच अपराधी पहले से ही संगठित हिस्ट्रीशीटर हैं, जिनके खिलाफ हत्या, रंगदारी जैसे गंभीर अपराधों में संलिप्तता का इतिहास है. मामले की आगे की जांच जारी है.
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