चंडी. प्रखंड के तुलसीगढ़ पैक्स क्षेत्र में इस वर्ष किसानों की धान की फसल समय पर तैयार हो गई है. लेकिन सरकारी खरीद शुरू न होने से किसान गंभीर संकट में पड़ गए हैं. प्रखंड के पांचों पैक्सों पर अब तक धान की खरीद बंद रहने के कारण किसान अपनी उपज घरों में ही ढेर कर रखने को मजबूर हैं. इधर स्थिति का फायदा उठाते हुए बिचौलिये सक्रिय हो गए हैं, जो किसानों से मात्र 1700–1800 रुपये प्रति क्विंटल की कीमत पर धान खरीदकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं जबकि सरकार द्वारा धान का समर्थन मूल्य 2369 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है. तुलसीगढ़, मुबारकपुर और आसपास के गांवों में किसानों के घरों में धान का अंबार लगा हुआ है. किसान सुनील कुमार, संतोष कुमार, श्रवण जमादार, कृष्णा पासवान, अमरेश कुमार व डोमन यादव सहित कई किसानों ने प्रशासन से तत्काल खरीद शुरू करने की मांग की है. किसानों का कहना है कि यदि जल्द खरीद शुरू नहीं हुई, तो फसल खराब होने का खतरा है और मजबूरी में उन्हें औने-पौने दाम पर धान बेचना पड़ेगा. किसानों ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर समर्थन मूल्य पर खरीद सुनिश्चित कराने की अपील की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

