हिलसा. स्थानीय थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो गए हैं कि वे अब पुलिस को खुली चुनौती देने लगे हैं. लगातार हो रही लूट की घटनाओं ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है. गन्नीपुर गांव में पिस्तौल के बल पर हुई लूट की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं थी कि रविवार की रात सिपारा गांव में बदमाशों ने उसी अंदाज में एक और लूट की वारदात को अंजाम दे दिया. इस वारदात ने यह साबित कर दिया कि अपराध पर काबू पाने में पुलिस पूरी तरह से विफल रही है. सिपारा गांव में हथियार से लैस तीन-चार बदमाशों ने पहले घर के मुख्य दरवाजे को तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन जब दरवाजा नहीं टूटा तो उन्होंने छत के सहारे घर में घुसकर पूरे परिवार को पिस्तौल के बल पर बंधक बना लिया। इसके बाद बदमाशों ने घर में रखे बीस हजार रुपये नकद, जेवरात, कपड़े, बर्तन और चार बकरियों समेत लगभग डेढ़ लाख रुपये की संपत्ति पर हाथ साफ कर लिया। हैरानी की बात यह रही कि बदमाश जाते-जाते पीड़ितों के पहने हुए जेवर भी उतरवा ले गए. घटना के बाद सिपारा गांव में भय और आक्रोश का माहौल है. पीड़ित गृहस्वामी जीतन विन्द की पुत्री सुग्गी कुमारी ने बताया कि उनके माता-पिता काम से बाहर गए हुए थे. घर में वह और उनके दो भाई सो रहे थे, तभी बदमाशों ने दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया. जब दरवाजा नहीं टूटा तो बदमाशों ने छत के सहारे घर में धावा बोल दिया और सभी को हथियार के बल पर कब्जे में ले लिया. लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं से आम लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, जबकि पुलिस की निष्क्रियता लोगों के गुस्से को और बढ़ा रही है. थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार ने बताया कि सुग्गी कुमारी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है.
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