हिलसा (नालंदा) “वंदे मातरम्” गीत के अमर रचयिता बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय की स्मृति में इस गीत की 150 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पांचवें दिन सांस्कृतिक विभाग द्वारा एसयू कॉलेज सभागार में देशभक्ति गीत, नृत्य एवं नाटक प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में आयोजित हुआ. कार्यक्रम का मंच संचालन अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. रविन्द्र साह ने किया,.जबकि आयोजन की संपूर्ण रूपरेखा सांस्कृतिक विभाग के समन्वयक डॉ. पीसी चौरसिया के मार्गदर्शन में संपन्न हुई. निर्णायक मंडल में डॉ. संदीपा इंद्रा तथा डॉ. सम्राट सरकार ने अपनी निर्णायक भूमिका निभाई. कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने जोश और उमंग से भरी प्रस्तुतियाँ दीं# देशभक्ति गीतों की गूंज, नृत्य की लय और नाट्य मंचन की अभिव्यक्ति ने सभागार को राष्ट्रप्रेम की भावना से सराबोर कर दिया. चारों ओर “वंदे मातरम्” और “भारत माता की जय” के नारे गूंज उठे. प्राचार्य प्रो. अनिल कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि “वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, यह हमारे राष्ट्र का आत्मस्वर है. इस गीत ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देशवासियों में ऊर्जा, साहस और एकता का संचार किया.
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