शेखपुरा. जिला कृषि विज्ञान केंद्र में शुक्रवार को विश्व मृदा दिवस पर समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर केंद्र के कृषि वैज्ञानिकों ने बड़ी संख्या में उपस्थित कृषकों को मृदा जांच की आवश्यकता के बारे में जानकारी प्रदान की. सभी किसानों को अपने-अपने खेतों के मिट्टी की जांच करने की सलाह दी ताकि मिट्टी के अनुसार ही खेतों में अच्छी फसल के लिए उचित मात्रा में उचित प्रकार के उर्वरकों का प्रयोग किया जा सके. मिट्टी जांच के लिए नमूना संग्रह करने और जांच के लिए जिले में तैयार व्यवस्था के बारे में भी जानकारी दी. इसके पूर्व समारोह की शुरुआत कृषि वैज्ञानिकों ने जिले के प्रगतिशील किसानों के साथ दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की. किसानों को हर हाल में अपने खेतों के मिट्टी के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अधिकार है. नीति के जानकारी के अभाव में किसानों को उनकी फसल का समुचित लाभ नहीं मिल पाता है. सभी खेतों और गांव की मिट्टी की प्रकृति अलग-अलग है. इसमें अलग-अलग फसल के लिए उपयुक्त है. जब तक किसानों को इसकी जानकारी नहीं रहेगी, वह इसका समुचित लाभ नहीं उठा सकते हैं. किसानों की मदद के लिए कृषि विभाग द्वारा जिले में मिट्टी जांच प्रयोगशाला संचालित किया जा रहा है. मिट्टी जांच को लेकर प्रयोगशाला के वैज्ञानिक किसानों के खेतों तक भी जा रहे हैं, सभी किसानों को आगे आकर अपने खेतों की मिट्टी जांच करने की सलाह दी गई. इसके साथ ही किसानों को खेतों में अत्यधिक रासायनिक उर्वरक के प्रयोग से बचने की सलाह दी गई. किसानों को अधिक से अधिक जैविक खेती का प्रयोग करते हुए मौसम अनुकूल खेती किसानी पर केंद्रित होने को ध्यान देने के लिए कहा गया.
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