शेखपुरा. जिले के 947 ऐसे मतदाताओं ने भी लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी निभायी है, जो देश के सीमाओं और विभिन्न राज्यों में केंद्र और राज्य सरकार के सरकारी नौकरी और फौज में हैं. इसमें 500 से ज्यादा मतदाता बरबीघा विधानसभा क्षेत्र के हैं. इन सभी को मतदान के लिए चुनाव आयोग के निर्देशों के आलोक में जिला निर्वाचन के द्वारा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से बैलेट पेपर भेजे गए थे. मतदान के बाद उन सभी के मतपत्र इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ही यहां लगातार पहुंच रहे हैं. इन सभी मत पत्रों की गिनती के लिए जिला निर्वाचन के द्वारा अलग से व्यवस्था की गयी है. इसे सामान्य तौर पर डाक मत पत्र कहा जाता है. इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से किए गए मतदान के लिए क्यूआर कोड के माध्यम से उनके मत पत्रों को यहां सरल भाषा में डिकोड किया जाएगा. इस कार्य के सुगमता से संचालन को लेकर निर्वाचन विभाग द्वारा बुधवार को 13 आईटी दक्ष कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया. इन्हें मतदान के पूर्व क्यूआर कोड के जानकारी इकट्ठा कर उसे सरल तरीके से डिकोड करते हुए यह जानकारी इकट्ठा करने के बारे में बताया गया कि मतदाताओं ने किस प्रत्याशी या नोटा को अपना मतदान किया है. प्रत्याशियों के एक-एक वोट से किस्मत तय करने के इस प्रक्रिया में इन सबकी भूमिका को भी प्रभावी माना जाता है. सभी प्रत्याशियों को इन मतदाताओं पर भी भरोसा रहता है चुनाव में किस्मत आजमा रहे कई प्रत्याशियों ने वीडियो संदेश के माध्यम से राज्य के बाहर और सेना तथा अर्धसैनिक बलों में कार्यरत जिले के मतदाताओं से वोट मांगते हुए अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

