हिलसा. शनिवार को हिलसा व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ. जिसमें पक्षकारों के बीच हुए समझौते के आधार पर 359 मामलो का निष्पादन किया गया. सबसे अधिक बैंक से संबंधित 480 मामले में 192 मामले का निष्पादित हुआ. इन मामलों के निष्पादन में 28,19,879.00 रुपये का रिकभरी हुआ. बिजली विभाग से संबंधित 148 मामले में 59 मामले का निष्पादन हुआ. इन मामलों के निष्पादन में 2,34,000.00 रुपये का रिकवरी हुआ. माप तौल विभाग से संबंधित 5 में से 2 निष्पादन हुआ. इन मामलों के निष्पादन में 10000 रुपये का रिकवरी हुआ. जबकि बीएसएनएल से संबंधित 5 में 2 मामले का निष्पादन हुआ. जिसमे 2,557.00 रुपये का रिकवरी हुआ. वही आपराधिक मामले 178 मामला में से 71 मामलों का निपटारा आपसी समझौते के आधार पर किया गया. बिजली विभाग द्वारा हिलसा अनुमंडल के विभिन्न थाना में प्राथमिकी दर्ज मामले 83 में से 33 मामले का निपटारा हुआ. इस मामला में 230000 रुपए सेटलमेंट हुआ. राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह के आधार पर मामले को निष्पादित कराने के लिए अहले सुबह से ही लोगों की आवाजाही कोर्ट परिसर में होने लगी थी. समझौता योग मामलों के निष्पादन के लिए सात न्यायिक बेंच का गठन किया गया था. जैसे ही सुनवाई सुबह 8 बजे से शुरु हुई वैसे ही लोगों में अपने-अपने मामले को निष्पादित कराने की होड़ मच गयी. अनुमंडलीय विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार पाण्डेय एवं विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी शोभना स्वेतांकी की देखरेख में गठित सात न्यायपीठ में मामले की सुनवाई हुई. न्यायपीठ में न्यायाधीश आलोक कुमार पाण्डेय, रघुवंश नारायण, हेमन्त कुमार, शोभना स्वेतांकी, अभिजीत राय, निशांत रंजन, दिवाकर राम, सुनवाई में नॉन ज्यूडिशियल मेंबर सदस्य के रूप में संदीप कुमार, रामुदेश प्रसाद, मुकेश कुमार, अमरेन्द्र कुमार, अखिलेश कुमार सिंह, अजय कुमार रंजन, विजय कुमार के अलावा आशीष रंजन, बालमुकुंद कुमार का सहयोग सराहनीय रहा.
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