जमुई सदर अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन प्लांट रविवार सुबह अचानक फेल हो जाने से इमरजेंसी कक्ष सहित अन्य वारों में ऑक्सीजन की सप्लाइ बंद हो गयी. इससे भर्ती मरीजों व स्वास्थ्यकर्मियों में हड़कंप मच गया. इस दौरान भर्ती एक मरीज की मौत भी हो गयी. करीब दो घंटे बाद पाइप लाइन से ऑक्सीजन की सप्लाइ शुरू हो पायी. इसके बाद मरीज व स्वास्थ्यकर्मियों ने राहत की सांस ली. हालांकि, इस बीच बड़ी संख्या में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा. बड़ी बात ये है कि परिसर में दो ऑक्सीजन का प्लांट लगा है. फिर भी ऐसी स्थिति बनी.
अस्पताल की लटर व्यवस्था ने ली मरीज की जान: परिजन
जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह खैरा थाना क्षेत्र के धोबघट गांव निवासी गौतम कुमार सिंह को गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने स्वास्थ्यकर्मियों को ऑक्सीजन लगाने का कहा. स्वास्थ्यकर्मी ने जब ऑक्सीजन उक्त मरीज को लगाया, तो देखा कि ऑक्सीजन सप्लाइ नहीं हो रहा है. इसकी सूचना मिलते ही चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी सहित मरीज के परिजन सकतेमें आ गये. चिकित्सक ने इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉ कुमार महेंद्र प्रताप को फोन से दी. सूचना मिलते ही सिविल सर्जन ने अस्पताल प्रबंधक को इसे अवलंब दुरुस्त कराने को कहा, लेकिन तब तक उक्त मरीज की मौत हो चुकी थी. घटना को लेकर मृतक गौतम के परिजनों ने कहा कि अस्पताल की लचर व्यवस्था ने मेरे मरीज की जान ले ली.
सदर अस्पताल परिसर में लगे हैं दो ऑक्सीजन प्लांट
केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के समय ही सदर अस्पताल में एक 500 एलपीएम व 950 एलपीएम के दो ऑक्सीजन प्लांट लगवाये गये थे. इसके साथ ही सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष के सभी बेड पर ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था भी की गयी, लेकिन इसके बाद भी मरीजों को समय पर ऑक्सीजन उपलब्ध न होने पर लोगों ने सदर अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठाया.
कहते हैं अस्पताल प्रबंधक
जमुई सदर अस्पताल प्रबंधक रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि टेक्निकल गड़बड़ी के कारण ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन सप्लाइ अवरुद्ध हो गया था. इसे समय रहते दुरुस्त कर लिया गया है. कर्मियों की कमी को लेकर विभाग को लिखा गया है. उम्मीद है कि जल्द ही कर्मियों की कमी दूर कर ली जायेगी. ऑक्सीजन की कमी से मौत की सूचना नहीं मिली है. जांच कर कार्रवाई की जायेगी.