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बिहार: नये सत्र से स्कूलों में ब्लैकबोर्ड की जगह व्हाइट बोर्ड पर पढ़ाएंगे शिक्षक, जानिए आदेश के पीछे का कारण

Bihar News: बिहार के स्कूलों में अब शिक्षक ब्लैकबोर्ड की जगह व्हाइट बोर्ड पर पढ़ाएंगे. नए सत्र को लेकर आदेश जारी हुआ है. इसके पीछे कई कारण है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से यह फैसला लिया गया है.

Bihar News: बिहार के स्कूलों में अब शिक्षक ब्लैकबोर्ड की जगह व्हाइट बोर्ड का पढ़ाने के लिए प्रयोग करेंगे. नए सत्र को लेकर आदेश जारी हुआ है. इसके पीछे कई कारण भी है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से यह निर्णय लिया गया है. राजधानी पटना के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है. विद्यालयों के कक्षाओं में ब्लैकबोर्ड की जगह व्हाइट बोर्ड का प्रयोग कर शिक्षक छात्र व छात्राओं को पढ़ायेंगे. इस फैसले के पीछे कई तरह के कारण है. ब्लैकबोर्ड पुराने होने और टूट जाने की वजह से बच्चों को लिखे गये शब्दों को पहचाने में दिक्कत होती है. बच्चों को ऐसी परिस्थिती में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. इसको लेकर यह फैसला लिया गया है.


व्हाइट बोर्ड पर पढ़ाने को लेकर तैयारी पूरी

छात्र व छात्राओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए क्लासरूम में व्हाइट बोर्ड पर नये सत्र से पढ़ाई होने जा रही है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्कूलों में व्हाइट बोर्ड लगाने का फैसला ले लिया गया था. जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने इस संबंध में जानकारी साझा की है. उन्होंने बताया है कि जिले के अधिकतर स्कूलों में व्हाइट बोर्ड लगाये जा चुके हैं. नये सत्र से स्कूलों में बच्चों को व्हाइट बोर्ड पर पढ़ाया जायेगा.

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डस्ट से बच्चों को नहीं होगी परेशानी

ब्लैक बोर्ड के कारण चॉक से परेशानी होती है. इसका डस्ट उड़ता है. वहीं, व्हाइट बोर्ड लगाने से चॉक का डस्ट क्लासरूम नहीं उड़ेगा. इसके साथ ही क्लास साफ- सुथरा भी दिखेगा. कक्षा सुंदर व साफ-सुथरा दिखे, इसका ख्याल बच्चे और क्लास टीचर दोनों ही रखेंगे. जिले में तैयार किये जाने वाले स्कूलों के नये भवन में भी ब्लैक बोर्ड की जगह व्हाइट बोर्ड ही लगाये जायेंगे. डीपीओ श्याम नंदन ने जानकारी दी है कि ब्लैक बोर्ड की तुलना में व्हाइट बोर्ड का मेटेनेंस भी आसान होता है. यही सब कारणों को देखते हुए व्हाइट बोर्ड पर पढ़ाने का फैसला लिया गया है. छात्रों को अच्छा अनुभव होगा और उनकी भागीदारी भी बढ़ेगी. खराब ब्लेकबोर्ड को हटाकर व्हाइट बोर्ड लगाने से बच्चों को पढ़ाई के दौरान समझने में भी आसानी होगी. छात्र की जरूरतों और शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए यह फैसला लिया गया है.

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