पटना. बिहार सरकार ने सरकारी दफ्तरों में काम कर रहे मुस्लिम कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है. रमजान के महीने को ध्यान में रखकर बिहार सरकार ने मुस्लिम अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक नया आदेश जारी किया है. इस आदेश के मुताबिक सभी विभागों,निदेशालयों और क्षेत्रीय कार्यालय में नियमित, संविदा व नियोजित और ऑउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों को सभी कार्य दिवसों में शाम को एक घंटे पहले कार्यालय छोड़ने की अनुमति दी गयी है. सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में सभी विभाग, विभागाध्यक्ष, पुलिस महानिदेशक,प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारी को निर्देश जारी किया है. विभाग ने अपने निर्देश कहा है कि बायोमीटरिक हाजिरी वाले कार्यालयों के लिए भी यह निर्देश लागू रहेगा.

एक घंटा पहले छुट्टी पर भाजपा ने उठाये सवाल
रमजान पर एक घंटा पहले मुस्लिम सरकारी कर्मचारी को छुट्टी देने पर भाजपा ने सवाल खड़ा कर दिया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि इस तरह किसी विशेष वर्ग को छूट देना सही नहीं है. अगर इस तरह की छूट रमजान के लिए मिल सकती है तो फिर रामनवमी के लिए क्यों नहीं मिल सकती है. उन्होंने सरकार के फैसले पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में रामनवमी का त्योहार होने वाला है. इस दौरान हिंदु सुबह शाम पूजा करते हैं. हर हिंदु के घर में रामनवमी की पूजा होती है. ऐसे में हिंदुओं को भी छुट्टी मिलनी चाहिए.
PFI से जुड़े हैं बिहार सरकार के लोग
संजय जायसवाल ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इतने दिनों में हमने पहली बार देखा है कि सरकार के द्वारा रमजान के अवसर पर मुस्लिम कर्मियों को एक घंटा पहले आने-जानें की छूट दी जा रही है. ऐसे में ये पूरी तरह से साफ हो गया है कि सरकार के लोग प्रतिबंधित संगठन पीएफआइ से जुड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि कर्मचारी एक कर्मचारी होता है. वो चाहे किसी भी धर्म का हो. राज्य सरकार में बैठे लोग केवल पीएफआइ का एजेंडा चला रहे हैं.