बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद(Dy CM Tarkishore prasad ) ने कहा कि मुख्यमंत्री नल-जल योजना (jal nal yojna bihar) को पूरी शिद्दत से लागू करना उनकी प्राथमिकता होगी. इस योजना के क्रियान्वयन में किसी तरह की कमी नहीं रहने दी जायेगी. जल्द ही विभागीय स्तर पर बैठक करके सभी तथ्यों की समीक्षा करेंगे. मंगलवार की शाम को पुराने सचिवालय स्थित वित्त विभाग के कार्यालय में बतौर वित्त एवं वाणिज्यकर मंत्री के तौर पर पदभार संभाल लिया. उन्हें पर्यावरण एवं वन, सूचना प्रावैधिकी, आपदा प्रबंधन और नगर विकास एवं आवास विभाग का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
जिस कार्यालय में पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी बैठते थे, उसी कार्यालय और स्थान पर वर्तमान वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने पदभार ग्रहण किया. विभागीय मंत्री बनने के बाद पहली बार कार्यालय आने पर वित्त विभाग के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ और वाणिज्यकर विभाग की सचिव डॉ प्रतिमा एस वर्मा ने बुके देकर उनका स्वागत किया.
बतौर उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि कोरोना काल में इस सरकार का गठन हुआ. इसका सीधा असर चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के शुरुआत से ही राज्य के टैक्स संग्रह पर देखने को मिल रहा है. अब भी टैक्स संग्रह में करीब 18 प्रतिशत का शॉर्ट फॉल देखने को मिल रहा है. इस पूरे मामले पर वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य में टैक्स संग्रह की वर्तमान स्थिति 2005 से ज्यादा खराब नहीं है.
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उन्होंने कहा कि 2005 के पहले तक टैक्स संग्रह बेहद ही खराब स्थिति में थी, जब राज्य ने उस परिस्थिति को पार करते हुए आज अपने टैक्स संग्रह को कई गुणा बढ़ा लिया है, तो मौजूदा स्थिति तो उतनी खराब नहीं हुई है. ऐसे में बहुत परेशानी की बात नहीं है. सरकार पूरी मुस्तैदी से लगी हुई है और जल्द ही टैक्स शॉर्ट फॉल को दूर कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि टैक्स संग्रह को बढ़ाने से जुड़ीं सभी पहलुओं पर समीक्षा की जायेगी और इसे बढ़ाने के लिए खासतौर से पहल की जायेगी. टैक्स चोरी करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि टैक्स संग्रह से जुड़ीं सभी पहलुओं पर विचार करने के लिए अलग से समीक्षा बैठक की जायेगी.
Posted by: Thakur Shaktilochan