नीतीश कैबिनेट में सत्ता की हिस्सेदारी बंटने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. महागठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस के विधायक भी इसको लेकर किसी प्रकार का चांस खोना नहीं चाहते. यह जानते हुए कि कांग्रेस कोटे में मंत्रियों की संख्या कम होगी. पर अपना चांस कोई खोना नहीं चाहता. चांस की तलाश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजीत कुमार शर्मा सहित दर्जन भर विधायक दिल्ली में डेरा डाल चुके हैं. प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास गुरुवार की दोपहर को ही भारत गौरव यात्रा को छोड़कर दिल्ली रवाना हो गये.
पार्टी के जानकारों का कहना है कि कुछ विधायक जिनको अपने साथ वैसे भी विधायकों को ले गये जिनसे समर्थन या उनकी दावेदारी का हामी भरा लिया जाये. मंत्री पद की दौड़ में विधानसभा के विधायकों और विधान परिषद के सदस्यों में से आधे दर्जन अपनी सशक्त दावेदारी आलाकमान के सामने पेश करने पहुंचे हैं. अगर उनको समर्थन में कुछ विधायकों के हामी भराने की जरूरत पड़ी तो दूसरे विधायकों से समर्थन लेने की भी कवायद चल रही है. शुक्रवार को सोनिया गांधी की ओर से कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के नामों की अंतिम सूची राजद प्रमुख लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फाइनल करनी है.