बिक्रमगंज (कार्यालय) : स्थानीय शहर में विद्युत आपूर्ति की स्थिति काफी दयनीय है. लोगों को 24 घंटे में चार-पांच घंटा भी नियमित बिजली नहीं मिल रही है. उसमें ही वोल्टेज में लगातार उतार-चढ़ाव होने से लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. प्रत्येक दिन हजारों रुपये की बिजली से संबंधित उपकरण नष्ट हो रहे […]
बिक्रमगंज (कार्यालय) : स्थानीय शहर में विद्युत आपूर्ति की स्थिति काफी दयनीय है. लोगों को 24 घंटे में चार-पांच घंटा भी नियमित बिजली नहीं मिल रही है. उसमें ही वोल्टेज में लगातार उतार-चढ़ाव होने से लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. प्रत्येक दिन हजारों रुपये की बिजली से संबंधित उपकरण नष्ट हो रहे हैं. शिकायत के बाद भी कोई सुननेवाला नहीं है. मुख्यालय में अधिकारियों के नहीं रहने के कारण कर्मचारियों की मनमानी से लोग खासा परेशान है.
गौरतलब हो कि साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के द्वारा विभाग को विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए कई तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं. इसके तहत नये-नये पावर सबस्टेशन की स्थापना की जा रही है.
फीडरों को छोटा करने का काम भी तेजी से चल रहा है. इसके बाद भी विद्युत आपूर्ति की दयनीय स्थिति व वोल्टेज में लगातार उतार-चढ़ाव विभाग के अधिकारियों की घोर लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है. शहर के अधिकतर भाग में एलटी तार जर्जर है. अधिकतर लोग आज भी टोका फंसाकर बिजली जलाते हैं. हल्की हवा से आपूर्ति के तार आपस के टकराते रहते हैं, जिससे वोल्टेज में उतार-चढ़ाव उत्पन्न होता है. लगातर ट्रांसफॉर्मर में आ रही खराबी जैसे कभी फ्यूज में खराबी तो कभी तेल की कमी से भी वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हो रही है.
पावर सब स्टेशन में वोल्टेज को नियंत्रित करने के लिए न कोई व्यवस्था है
व न वहां कोई कर्मी उपस्थित रहता है. बताया जाता है कि कभी-कभी वोल्टेज इतना अधिक हो जाता है कि बिजली से चलनेवाला उपकरण जैसे फ्रीज, कूलर, वाशिंग मशीन, पंखे, टीवी आदि जल जाते हैं. घर का पूरा वायरिंग नष्ट हो जाता है, जिसके कारण उपभोक्ताओं को हजारों रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है. लोगों ने बताया कि इस
संबंध में विभाग में शिकायत करने के लिए फोन किया जाता है तो अधिकारी व कर्मी फोन रिसीव नहीं करते. यदि शिकायत करने के लिए कार्यालय में जाते हैं तो वहां न तो कोई अधिकारी होते हैं न ही शिकायत पुस्तिका रखी गयी है.
क्या कहते हैं अधिकारी
वोल्टेज की समस्या की शिकायत मिलने पर अविलंब उस पर कार्रवाई की जाती है. कई बार शिकायत नहीं मिलती है. इस कारण थोड़ी परेशानी होती है. लगातार प्रयास किया जा रहा है कि फीडर के माध्यम से वोल्टेज को नियंत्रित रखा जाये.
आरके निराला, सहायक अभियंता, विद्युत विभाग, बिक्रमगंज