चेहल्लुम के मौके पर मंगलवार की देर शाम से शहर के अलग-अलग मुस्लिम इलाकों से परंपरागत तरीके से अखाड़ा जुलूस निकाला गया. जुलूस मुख्य मार्गों से होते हुए शाहजंगी कर्बला मैदान एक-एक कर पहुंचते रहा. देर रात तक अखाड़ा का पहलाम होता रहा. यहां निशान को पारंपरिक तरीके से शाहजंगी तालाब में ठंडा किया गया. इस दौरान विभिन्न मोहल्ले के अखाड़ों के जुलूस में शामिल लोग लाठी, तलवार, भाला, आदि से पारंपरिक कला का करतब दिखा रहे थे. मुहर्रम का धुन बजाये जा रहे थे. बम व तासा की आवाज से शहर गूंज रहा था. पहलाम के लिए निकाले गये अखाड़ा जुलूस में शामिल अलग-अलग झांकियों का लुत्फ बड़े, बच्चे व महिला उठा रहे थे. अखाड़े देखने के लिए गांव व शहर के विभिन्न इलाकों के लोग शाहजंगी मेला मैदान पहुंचे थे. सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के संयोजक डॉ फारूक अली ने बताया कि खंजरपुर, हुसैनपुर, मौलानाचक गद्दी, बदरेआलमपुर, मायागंज सहित एक दर्जन से अधिक मोहल्लों से जुलूस निकाला गया.कमेटी की ओर से मुस्लिम हाई स्कूल के समीप कैंप लगाया गया है. ताकि अखाड़ा पर नजर रखी जा सके. इस अवसर पर कमेटी के सह संयोजक महबूब आलम, प्रो एजाज अली रोज, भोला खान, सैयद जयाउल हक, मींटू कलाकार आदि मौजूद थे. —————- पारंपरिक हथियारों से दिखाया करतब – अखाड़ा के साथ चल रहे लोग पारंपरिक हथियार जैसे तलवार, फरसा,लाठी व सिपल आदि से लोगों के द्वारा करतब दिखाया जा रहा था. अखाड़ा के साथ चल रहे सिपल को भी लोगों ने खूब घुमाया. लाठी के एक से बढ़ कर एक करतब देख लोग हैरान थे. ———- जियारत के लिए उमड़ी भीड़ शाहजंगी पीर बाबा की दरगाह शरीफ पर पहलाम देखने आये लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. हर कोई मजार शरीफ का दर्शन करने के लिए बेताब थे. अकीदतमंदों अपनी नेक तमन्ना व अमन-शांति की दुआ मांगी. यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा. ——————— अखाड़ा को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस व दंडाधिकारी थे तैनात अखाड़ा जुलूस को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किये गये थे. अखाड़ा मार्ग के मुख्य प्वाइंट पर दंडाधिकारी व पुलिस अधिकारी की तैनाती की गयी थी. पुलिस के बड़े अधिकारी लगातार डुयूटी में तैनात पुलिस पदाधिकारी से लोकेशन व स्थिति के बारे में जानकारी ले रहे थे.
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