छठ पूजा को सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से मनाने के लिए नगर निगम की तैयारियां जारी हैं. गंगा घाटों पर निगम प्रशासन कि ओर से काम शुरू हाे चुका है. वहीं काली पूजा विसर्जन शोभा यात्रा को लेकर पहले से काम शुरू है. इसको लेकर कृत्रिम तालाब बनाया जाते हैं. वहीं घाट पर साफ सफाई की व्यवस्था ढीली नजर आ रही है. नगर आयुक्त द्वारा जारी विस्तृत दिशा-निर्देशों के अनुसार निगम ने शहर के 60 शहरी घाटों पर स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधाओं की व्यापक व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है. निगम के अनुसार, छठ पूजा में 3115 मजदूरों को लगाया गया है ताकि 26 अक्तूबर तक सभी घाट पूरी तरह स्वच्छ हो सकें. वहीं दलदल से बचाव के लिए 306 ट्रेलर बालू और 2074 बोझा पुआल एवं कसाल की व्यवस्था की गयी है. महिलाओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लंच घाट, सीढ़ी घाट, मुसहरी घाट, एसएम कॉलेज घाट, आदमपुर घाट, दीपनगर घाट, बूढ़ानाथ घाट, बमकाली घाट, चंपा नदी घाट और नरगा घाट सहित प्रमुख घाटों पर अस्थायी स्नानघर बनाये जा रहे हैं. साथ ही नगर विकास एवं आवास विभाग ने छठ घाटों को सुविधाजनक बनाने के लिए 20 लाख रुपये की विशेष राशि आवंटित की गयी है. इस राशि का उपयोग छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं की सुविधा, साफ-सफाई, रोशनी, बैरिकेडिंग और नियंत्रण कक्ष की स्थापना जैसे कार्यों में किया जा रहा है. वहीं बुधवार को गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, झारखंड सहित दूसरे जिलों से आये लोगों ने गंगा में स्नान किया. स्नान के बाद व्रती और उनके परिवारजन गंगाजल लेकर घर लौटे. पूजा की तैयारियों में जुट गये. बरारी सीढ़ी घाट, बूढ़ानाथ घाट और एसएम कॉलेज घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे.
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